(Chrysanthemum) Guldaudi Flower Plant in Hindi | गुलदाउदी का फूल

hrysanthemum Guldaudi Flower Plant in Hindi

Guldaudi Flower in Hindi गुलदाउदी का फूल शरद ऋतू में खिलने वाले फूलों की सूचि में आता है। इसके पौधे पर शरद ऋतू के मौसम में बहुत अधिक फूल खिलते है। गुलदाउदी के फूल को Chrysanthemum Flower और Shevanti Flower के नाम से भी जाना जाता है। आज हम Guldaudi Flower और Plant से जुड़ी सभी Information को जानेगे। Chrysanthemum Plant की कई प्रजातियां होती है, और यह अनेक रंगो में खिलता है। आइये जानते है, इससे जुड़ी सभी महत्पूर्ण जानकारियां –

गुलदाउदी का फूल की जानकारी Chrysanthemum Flower in Hindi 

गुलदाउदी (Chrysanthemum) शरद ऋतू में खिलने वाला फूलों का एक सजावटी पौधा है। पूरी दुनिया में इसकी लगभग 30 प्रजातियां पायी जाती है। यह आमतौर पर एशिया और र्वोत्तर यूरोप मे पाया जाता है। इसका Scientific Name – Chrysanthemum यह कई शानदार रंगो में खिलता है। जिनमे पीला, सफ़ेद, गुलाबी, और बैंगनी मुख्य रंग है। गुलदाउदी का फूल किस्मों के अनुसार अलग अलग आकर और रंगो के होते है। गुदौड़ी का केंद्र चीन में माना जाता है। सबसे पहले इस फूल के पौधे को जड़ी बूटियों में उपयोग करने के लिए सबसे पहले चीन में उगाया गया था।

गुलदाउदी के फोला का नाम Chrysanthemum प्राचीन ग्रीक शब्द Chrys जिसका अर्थ “सोना” और Anthemon जिसका अर्थ “फूल” होता है से लिया गया है। गुलदाउदा का फूल लम्बे जीवन, वफ़ादारी, ख़ुशी, और आशावाद का प्रतिक माना जाता है। लाल गुलदाउदी और पीले गुलदाउदी को प्यार का प्रतिक, और सफ़ेद गुलदाउदी को सच्चाई और वफादारी का प्रतिक माना जाता है।

जैसा की आपको हमने पहले ही बताया है, की गुलदाउदी पूरी दुनिया में शरद ऋतू में उगने वाले फूलों के पौधों में से एक है। इसे सबसे पहले चीन में उगाया गया था, यहाँ से इसका पौधा यूरोप भेजा गया था। इसके बाद गुलदाउदी को सन्‌ 1780 में फ्रांस के एक व्यक्ति जिसका नाम Cels था, इंग्लैंड के विश्वविख्यात उपवन “क्यू” में इसे उगाया। यह बहुत सुन्दर और आकर्षक होने की वजह से इसके पूरी दुनिया में जाना जाने लगा। वर्तमान में इसकी लगभग 150 जातियां है। इन जातियों में जो उपवनो में उगाई जाती है, उन्हें Chrysanthemum Indicum Linn कहते है।

गुलदाउदी का प्लांट जड़ी बूटी की सूचि में आता है। इसका उपयोग आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों में भी किया जाता है। यह कई बिमारियों में फायदेमंद भी होता है। इसकी जड़ें शाखादार और रेशेदार होती है। इस पौधे का तना सीधा, तथा मुलायम होता है। इसके तने पर हल्का रुआं होता है। इसकी पत्तियों का रंग हरा होता है, पत्तियां दोनों कोर से कटी हुई होती है। गुलदाउदी का फूल पौधे के शिखर पर एक लम्बे डंठल पर खिलता है। पौधे की जिस भाग से डंठल निकलता है, वहां से और भी कई डंठल निकलते है, जो की फूलों का एक गुच्छ बनाते है।

गुलदाउदी के फूल में अनेक पंखुड़ियां होती है, लेकिन वास्तव में यह पंखुड़ियां एक छोटा फूल होती है। गुलदाउदी के फूल चमकदार होते है। यह फूल लम्बे समय तक पौधे पर खिले रहते है। इस फूल की सुंदरता के अलावा इसकी कुछ प्रजातियों के फूल कीटनाशक गुण वाले भी होते है। सबसे पहले सन्‌ 1840 के आसपास क्राइसैंथिमम सिनेरेरिईफोलियम प्रजाति के फूल कीटनाशक के रूप में जाने गए। वर्तमान समय में गुलदाउदी (Shevanti Flower) की व्यापक रूप से खेती ब्राजील, भारत, ईरान, अल्जीरिया, और स्विट्ज़रलैंड में की जा रही है।

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गुलदाउदी के पौधे के प्रकार Types of Chrysanthemum Plants

chrysanthemum Flower in Hindi

गुलाब के फूल के बाद गुलदाउदी का फूल दुनिया का दूसरा सबसे लोकप्रिय और आकर्षक फूल है। जिसकी जंगली प्रजरातियाँ 40 है, और इस फूल की हजारों किस्में है। इसकी किस्मे फूल के आकर, रंग और फूलों की संख्या के आधार पर अलग अलग हो सकती है। इन्ही में से कुछ लोकप्रिय किस्में Varieties इस प्रकार है –

Single Blooms – गुलदाउदी डेज़ी फूल की तरह दिखते है, यह फूल सफ़ेद पंखुड़ियों के साथ पीले केंद्र के होते है। इन दोनों में मुख्य अंतर यह है, की गुलदाउदी के फूल डेज़ी की अपेक्षा आकर में बड़े होते है। Chrysanthemums Plant के सिंगल ब्लूम प्रजाति में पौधे आमतौर पर दो से तीन फिट ऊँचे होते है। और दिखने में इसके फूल सफ़ेद डेज़ी की तरह होते है।

Spider Blooms – इन गुलदाउदी फूलों की पंखुड़ियां पतली और लम्बी होती है। जो की मकड़ी के पैरों की तरह दिखती है। साथ ही इन फूलों की पंखुड़ियां अलग अलग दिशाओं में जाती है। इस किस्म में फूलों का रंग गुलाबी, पीला और सफ़ेद होता है।

Thistle Chrysanthemums – इस प्रजाति में फूलों की पंखुड़ियां तने के समानांतर बढ़ती हैं। जिनका व्यास आमतौर पर 2 इंच तक होता है। पंखुड़ियां सपाट और झुकी हुई होती है। जैसे पेंट करने वाला ब्रश होता है।

Quilled Blooms – जैसा की इसके नाम से ही पता चलता है, की गुलदाउदी की इस किस्म में पंखुड़ियां नुकीली कील की तरह होती है। पंखुड़ियां लम्बी होती है, जिनके सिरे पर कप बने होते है। वास्तव में यह पंखुड़ियां कुछ हद तक एक छोटी चम्मच की तरह दिखती है।

Decorative Bloom – गुलदाउदी के ये पौधे आकर में भिन्न होते है। इन फूलों के बिच में डिस्क होती है। फूलों की पंखुड़ियां डिस्क को ढक देती है। गुलदाउदी के ये पौधे आकर में भिन्न होते है। इन फूलों के बिच में डिस्क होती है। फूलों की पंखुड़ियां डिस्क को ढक देती है।

गुलदाउदी के फायदे (Guldaudi Benefits Benefits and Uses)

Guldaudi Flower Plant in Hindi

गुलदाउदी के पौधे घर में लगाने से घर की ऊर्जा सकारात्मक बनी रहती है। साथ ही यह कीटाणुनाशक भी होते है। इसके फूलों, पत्तियां और जड़ें सभी फायदेमंद होते है। गुलदाउदी के फूलों की पत्तियों को सुखाकर इनकी चाय बनाई जाती है। गुलदाउदी की चाय सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इससे कई बीमारियां दूर होती है। और यह रोगप्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाती है।

  • गुलदाउदी के पौधे की पत्तियों को पीसकर माथे पर लगाने से सर दर्द में आराम मिलता है।
  • गुलदाउदी के फूलों की पत्तियों को पीसकर आँखों के चारो और लगाने से आँखों को ठंडक मिलती है, और खुजली की समस्यां भी दूर हो जाती है।
  • गुलदाउदी के फूलों का काढ़ा पेट में बन रही गैस में बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा इसका उपयोग पेट दर्द के लिए भी किया जाता है।
  • शेवंती या गुलदाउदी के फूलों का उपयोग मुँह के छालों के लिए भी किया जाता है। क्योकिं इसकी तासीर ठंडी होती है।
  • इसका उपयोग हृदय सम्बन्धी दुर्बलता को दूर करने के लिए भी किया जाता है। आयुर्वेद में गुलदाउदी के कई उपाय है, जिनसे ह्रदय सम्बन्धी दुर्बलता को दूर किया जा सकता है।
  • गुलदाउदी के फूलों और पत्तो में शीत गुण होते है। जिसके कारन अगर इसे जले या कटे हुए स्थान पर लगाया जाएँ, तो यह घाव को जल्दी भरने में मदद करता है।
  • नॉट – गुलदाउदी के फूलों के फायदे यहाँ पर आपको सिर्फ जानकारी के लिए बताएं गए है। कुछ भी उपयोग करने से पहले किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

गुलदाउदी का पौधा कलम से कैसे लगाएं 

Shevanti Flower in Hindi

  • गुलदाउदी के फूल Shevanti Flower की कटिंग आपको जुलाई के महीने में लगानी चाहिये।
  • कलम काटने के लिए आपके पास गुलदाउदी के एक साल पुराने पौधे होने चाहिये। आपके पास जो पुराने पौधें है, उन्हें लगभग 7 से 8 इंच छोड़कर ऊपर से काट देना चाहिए।
  • इसके बाद पौधों की जब तक देखभाल करनी चाहिए, जब तक उसके अंदर से दुबारा नए पत्ते निकलना शुरू ना हो जाएँ।
  • जब आपके पुराने पौधों से नए पत्ते निकलना शुरू हो जाएँ, तो आप इन पौधों से कलम काट सकते है।
  • इसकी कलम काटने के लिए आपको एक तेज धार वाला चाकू या कोई भी गार्डनिंग टूल का उपयोग करना चाहिए।
  • पौधे से कलम काटने से पहले औजार को अच्छी तरह से साफ़ कर लें।
  • इसके बाद जो भी नई ब्रांच निकली है, उनकी कटिंग आपको लगाने के लिए ले लेनी है।
  • इसके बाद आपको किसी भी गमले या सीडलिंग ट्रे में रेट और बारीक़ बजरी का मिश्रण तैयार करना है।
  • मिश्रण तैयार करने के बाद उसमे अच्छी तरह से पानी डाल दें।
  • इसके बाद आपने जो कलम लगाने के लिए काटी है, उन सभी पर रूटिंग हार्मोन पाउडर लगाकर गमले में लगा दें।
  • इसके बाद इस गमले को किसी छाया वाले स्थान पर रख दें, और जब तक कलम से जड़े निकलना शुरू ना हो जाएँ, तब तक गमले में पानी का छिड़काव करते है। जिससे की गमले में नमी बनी रहे।

How to Grow Guldaudi From Cutting Video

गुलदाउदी के पौधे बीज से कैसे उगाएं

  • गुलदाउदी के पौधों को बीज से उगाने के लिए आपको सबसे पहले पौधें पर सूखे हुए सभी फूलों को इकठ्ठा करना है।
  • इसके बाद सभी फूलों को किसी भी बर्तन में हलके हाथ से मसल लें। मसलने के बाद ऊपर की सभी पत्तियों को हटा दें।
  • अब निचे बचे सभी बीजों को रख लें। गुलदाउदी के बीज बहुत छोटे होते है।
  • इसके बाद बीज उगाने के लिए आपको मिटटी तैयार करनी है, मिटटी में वर्मीकम्पोस्ट, थोड़ी गोबर की पुरानी खाद और बगीचे की रेतीली मिटटी का उपयोग करें।
  • अब इस मिटटी को किसी ऐसे गमले में भरे जिसके निचे पानी निकलने के लिए छेद हो।
  • गमले में मिटटी भरने के बाद बीजों को गमले में कुछ कुछ दुरी पर डाल दें। इसके बाद इन बीजों के ऊपर मिटटी की एक पतली सी परत बना दें जिससे की बीज ढक जाएँ।
  • इसके बाद गमले के ऊपर पानी का छिड़काब कर दें। पहली बार गमले को भरपूर मात्रा में पानी दें।
  • बीजों को लगाने के बाद गमले को किसी छाया वाले स्थान पर रख दें। यह बीज लगभग 4 से 5 दिन के अंदर जमना शुरू हो जाएंगे।
  • जब आपके द्वारा बोये गए बीजो से पौधें उग जाएँ, तो इन्हे बड़े होने पर किसी दूसरे गमले में लगा दें।
  • इस तरह से आप गुलदाउदी के पौधों को बीज से ऊगा सकते है।

How to Grow Guldaudi From Seeds Video

गुलदाउदी के पौधे की देखभाल कैसे करें How to Take Care of Guldaudi (Chrysanthemums) Plant in Hindi

  • गुलदाउदी के पौधे पर ज्यादा फूल और पौधे को घना बनाने के लिए अच्छी मिटटी का उपयोग करना चाहिए।
  • जितनी अच्छी आपकी मिटटी होगी पौधा उतना अच्छा ग्रो करेगा।
  • पौधे में हमेशा थोड़ी नमी बनाये रखे।
  • जब पौधा थोड़ा बना होने लगे, तो आप इसमें NPK 19-19 खाद दें सकते है। खाद देते समय एक बात का हमेशा ख्याल रखें की आपको पौधे में ज्यादा खाद नहीं देना है। वरना इससे आपका पौधा सुख भी सकता है।
  • इसके अलावा समय समय पर आपको गुलदाउदी के पौधे की कटिंग भी करनी है। जिससे की आपके पौधे में बहुत सारी नई शाखाएं आएँगी और इससे फूल भी ज्यादा आएंगे।
  • गुलदाउदी के पौधे की गुड़ाई करना भी बहुत आवश्यक है, प्रत्येक 10 दिन के अंदर आपको एक बार 2 से 3 इंच गहरी गुड़ाई करना जरुरी है।
  • इस पौधे में सड़ी हुई सुखी पत्तियों के साथ बालू और राख मिलकर डालने पर पौधे में बहुत अच्छी वृद्धि होती है।
  • अगर आप इन सब बातों का ख्याल रखकर अपने पौधे को लगाते है, तो मुझे पूरा यकीन है, की आपके पौधे पर बहुत सारे फूल आएंगे।

Note – यह पोस्ट गुलदाउदी के फूल और पौधे के बारे में थी। आपको यह लेख Shevanti Flower in Hindi कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताएं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा तो कृपया अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें, धन्यवाद।

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