शिमला में घूमने की जगह – हिमालय की गोद में बसा शिमला हिमाचल प्रदेश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर होने के साथ ही पर्यटन के लिहाज़ से एक ख़ूबसूरत हिल-स्टेशन भी है। अंग्रेजों के राज में भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करता था शिमला। यह पूरब में किन्नौर, दक्षिणपूर्व में उत्तराखंड, दक्षिण में सिरमौर, पश्चिमी सीमा पर सोलन और उत्तर में कुल्लू और मंडी से लगा हुआ है।
शिमला में घूमने लायक 10 खुबसूरत जगहों की जानकारी
तो आइये बात करते हैं शिमला की घाटियों में घूमने लायक उन सबसे बेहतर जगहों के बारे में। जहां का प्राकृतिक सौंदर्य आप एकटक निहारते रह जायेंगे।
1. समर हिल्स
शिमला रिज से पांच किलोमीटर पश्चिम में स्थित समर-हिल्स के हरे-भरे पहाड़ों को देखते ही आप सम्मोहित से रह जाते हैं। और उस पर यदि खिली हुई धूप भी बिखरी हो तो नज़ारा सोने पर सुहागा वाला हो जाता है। यहां सूर्योदय से सूर्यास्त तक हर दृश्य मनोहर होता है। यह समुद्र-तल से करीब 2100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह हिमाचल प्रदेश के सबसे लोकप्रिय पर्यटन-स्थलों में से एक है। यहां तक आने के लिये शिमला से टॉय-ट्रेन की सेवा भी उपलब्ध है।
सर्दियों में समर-हिल्स पर बर्फ़बारी का नज़ारा दिलकश होता है। यही वह ऐतिहासिक जगह है जहां महात्मा गांधी ने राजकुमारी अमृत कौर के जार्जियाई-हाउस का दौरा किया था। पाइन और देवदार के वृक्षों से हरी-भरी समर-हिल्स को पॉटर-हिल्स भी कहा जाता है। क्योंकि यहां किसी जमाने में कुम्हार समुदाय मिट्टी के बर्तन बनाने के लिये इकठ्ठा होता था।
2. द स्केंडल प्वाइंट
यहां सूर्यास्त का दृश्य निराला होता है। चारों ओर बर्फ़ की पहाड़ियों से ढकी यह चौरस यानी समतल जगह पर्यटकों के लिये ख़ास आकर्षण का केंद्र है। यहां के मनोरम दृश्य आप अपने कैमरे में कैद भी कर सकते हैं।
समर-हिल से छ: किलोमीटर दूर मॉल रोड पर स्थित स्कैण्डल-प्वाइंट का यह नाम पड़ने के पीछे भी एक दिलचस्प किस्सा है। कहते हैं पटियाला के महाराज भूपेंद्र सिंह इसी जगह से ब्रिटिश वाइसरॉय लॉर्ड कर्जन की बेटी को उठा ले गये थे। यह भी कहा जाता है कि लॉर्ड कर्जन के यहां महाराज का आना-जाना लगा रहता था, और इसी दौरान उनका वाइसरॉय की बेटी से दिल लग गया। पर लॉर्ड कर्जन को यह संबंध मंज़ूर न था। सो, दोनों प्रेमी लोग भाग गये। और इसके लिये इसी जगह पर मिले। जिससे इसका नाम स्कैण्डल-प्वाइंट पड़ गया। क्योंकि यहां देश का पहला लव-स्कैंडल हुआ। जिसके बाद लॉर्ड कर्जन महाराज भूपेंद्र सिंह से नाराज़ हो गये। पर भूपेंद्र सिंह ने उसी जिद में वहां से मात्र पचास मील की दूरी पर चाईल को बसा दिया।
स्कैण्डल-प्वाइंट आने के लिये सबसे अच्छा समय मार्च से जून के बीच का है। जब यहां पारा पंद्रह से तीस डिग्री के बीच रहता है। जुलाई से सितंबर तक यहां वर्षा का माहौल रहता है। यह भारी वर्षा भी हो सकती है, और इस दौरान भू-स्खलन की आशंका भी बनी रहती है। जबकि अक्टूबर से फरवरी के बीच कड़ाके की सर्दी पड़ती है और तापमान ऋणात्मक यानी माइनस में पहुंच जाता है। इसलिये ऐसे समयों पर यहां आने से यथासंभव बचना चाहिये।
3. शिमला स्टेट म्यूज़ियम
यह संग्रहालय हिमाचल और शिमला की प्राचीन सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक है। यहां आकर शिमला के इतिहास और वहां की लोक-संस्कृति के बारे में गहराई से समझा जा सकता है। यहां स्थानीय मूर्ति-कला, चित्रकला और हस्तशिल्प की कलाकृतियों का अच्छा संग्रह मौज़ूद है। इनमें सदियों से संजोकर रक्खी गई तमाम ऐतिहासिक धरोहर है।
शिमला स्टेट म्यूज़ियम स्कैण्डल-प्वाइंट से तीन किलोमीटर दूर है, और यह हिमाचल प्रदेश राज्य संग्रहालय के रूप में भी जाना जाता है। इसकी स्थापना देश की आज़ादी के साल 1947 में हुई थी। यहां स्थानीय या पहाड़ी लघु-चित्र श्रृंखला के अलावा मुगल, राजस्थानी व समकालीन चित्रकला के नमूने, अनेक कांस्य कलाकृतियां, मानवविज्ञान से संबंधित चीजें और विभिन्न प्रकार के टिकटों का संग्रह भी उपलब्ध है।
शिमला स्टेट म्यूज़ियम में एक पुस्तकालय भी मौज़ूद है। जहां पर तमाम ऐतिहासिक किताबें और पांडुलिपियां संग्रहीत हैं। सोमवार और राजपत्रित यानी गज़टेड छुट्टियों वाले दिनों को छोड़कर यह संग्रहालय हर दिन सुबह दस से शाम पांच बजे के बीच पर्यटकों के लिये खुला रहता है।
4. चाडविक फ़ॉल्स
इसे चिडकू-झार भी कहते हैं। इसमें चिडकू का स्थानीय भाषा में अर्थ है– गौरैया, और झार यानी झरना। यह झरना करीब सौ मीटर की ऊंचाई से गिरता है। लोकोक्ति है कि इतनी ऊपर तो गौरैया ही उड़कर पहुंच सकती है। इसलिये इस झरने का नाम चिडकू-झार पड़ा। बता दें कि यह झरना स्थानीय जनजातियों और वनवासियों के लिये पानी का स्रोत भी है।
चाडविक फ़ॉल्स में ऊंचे घने देवदार के वृक्षों के बीच इतनी ऊंचाई से पहाड़ों का अति शीतल और स्वच्छ जल जब सीधे पत्थरों पर गिरता है तो देखते ही बनता है। चाडविक फ़ॉल्स की समुद्र-तल से ऊंचाई करीब सोलह सौ मीटर की है। यह समर-हिल्स के नजदीक ही स्थित है।
यहां आप वाहन के साथ झरने के करीब तक जा सकते हैं। फिर वहां से कुछ दूर पैदल चलकर आप झरने तक पहुंच जाते हैं। हालांकि रास्ते के सौंदर्यपूर्ण और रोमांचक अनुभवों के लिये आप ट्रैकिंग भी कर सकते हैं। यहां समर हिल्स और गिर के बीच ट्रैकिंग करना काफ़ी रोमांचक अहसास देता है।
चाडविक फ़ॉल्स घूमने का सबसे मुनासिब समय जुलाई से अक्टूबर के बीच का है। जब इस झरने का जल-स्तर काफी उच्च होता है। गौरतलब है कि यहां गर्मियों में अधिक पानी नहीं होता।
5. मॉल रोड
शॉपिंग के शौकीन लोगों के लिये यह जगह ख़ास है। मॉल-रोड रिज से एक स्तर नीचे स्थित है। शिमला के मॉल रोड पर वहां का पुलिस मुख्यालय, अग्निशमन केंद्र और म्यूनिसिपल बोर्ड का कार्यालय मौज़ूद है। यहां केवल आपातकालीन वाहनों को चलने की अनुमति है।
यहां आप बेहतरीन गर्म कपड़े, ख़ूबसूरत हस्तशिल्प की कलाकृतियां आदि उचित दर से खरीद सकते हैं। शाम के वक़्त मॉल-रोड पर मोमोज़, भुनी मकई, आईस्क्रीम वगैरह के तमाम स्टॉल लग जाते हैं। यानी यहां आप घूमते-फिरते स्ट्रीट-फूड्स को एंजॉय कर सकते हैं। यहां के शानदार कैफे में काफ़ी पीने का भी अपना ही आनंद है।
मॉल रोड पर प्रसिद्ध गेयटी थियेटर भी दर्शनीय है। जिसकी स्थापना 1887 में हुई थी। यह अब सामाजिक क्लबों या अकादमिक प्रदर्शनियों आदि सांस्कृतिक कार्यों में इस्तेमाल किया जाता है।
फरवरी का महीना यहां आने के लिये सबसे अच्छा माना जाता है। लंबी सड़कों पर सजी आकर्षक दुकानों में करीने से लगी खरीदारी की तमाम वस्तुएं मॉल-रोड की शोभा बढ़ा देती हैं। यहां फोटोग्राफी भी की जा सकती है।
6. क्राइस्ट चर्च
शिमला में घूमते हुये अगर आप कुछ समय शांति व एकांत में बिताना चाहते हैं तो यहां अवश्य आयें। क्राइस्ट चर्च अपनी अनोखी गोथिक वास्तुकला के लिये जाना जाता है। यहां की अद्भुत शांति ही लोगों को अपनी ओर खींच लेती है। शिमला स्थित क्राइस्ट चर्च उत्तरी भारत का दूसरा सबसे पुराना चर्च है।
शिमला के रिज मैदान पर स्थित ऐतिहासिक क्राइस्ट चर्च अंग्रेजी शासनकाल में एंग्लीकेन ब्रिटिशन समुदाय के लिये बनाया गया। कर्नल जेटी बोयलियो ने 1844 में इसका डिजाइन तैयार किया और उसके तेरह वर्ष बाद 1857 में यह चर्च बनकर तैयार हुआ।
इस चर्च में बेशकीमती कांचों वाली पांच खिड़कियां लगी हैं। ये पांचों खिड़कियां इसाईयत के पांच मानव गुणों आशा, विश्वास, परोपकार धैर्य और विनम्रता की प्रतीक हैं। क्राइस्ट चर्च हर रविवार को खुला रहता है।
7. हिमालयन बर्ड पार्क
अगर आप पक्षियों से लगाव रखते हैं तो यहां ज़ुरूर आयें। अनेकानेक पक्षियों का कलरव आपके भीतर एक नई सुबह का अहसास जगा देता है। यहां के हरियाली भरे वातावरण में पक्षियों की चहचहाहट आपको विभोर कर देती है। यहां आप हिमाचल के स्थानीय पक्षियों के साथ ही कई दुर्लभ प्रजाति के पक्षी भी देख सकते हैं।
शिमला के वाइस रीगल लॉज के पास स्थित हिमालयन बर्ड पार्क दुर्लभ देशी-विदेशी पक्षियों के साथ ही तीतर, मोर, मोनाल जैसे पक्षी प्रजातियों का निवास स्थल है। यह समुद्र-तल से करीब 2200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां गर्मियों में आना बेहतर रहता है। क्योंकि ठंडियों में यह जगह पूरी तरह बर्फ़ से ढक जाती है। जबकि ग्रीष्मकाल में यहां का तापमान 25° सेल्सियस तक रहता है।
हिमालयन बर्ड पार्क या एवियरी सोमवार को छोड़कर प्रतिदिन सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक खुलती है। यहां आने पर दस रूपये प्रति व्यक्ति प्रवेश-शुल्क लगता है। इसके अलावा यदि आप फोटो या वीडियोग्राफी के लिये कैमरा ले जाना चाहते हैं तो उसके लिये अतिरिक्त शुल्क देना होता है।
8. कुफ़री
कुफ़री नाम स्थानीय भाषा के कुफ्र से निकला है, जिसका अर्थ है– झील। शिमला से मात्र बीस किलोमीटर की दूरी पर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 22 पर स्थित यह छोटा सा हिल-स्टेशन कुफ़री हाईकिंग, ट्रैकिंग आदि एडवेंचरस गतिविधियों के साथ ही बर्फ़बारी के दिलकश अहसास के लिये भी प्रसिद्ध है। यह समुद्र-तल से करीब 2700 मीटर की ऊंचाई पर बसा है। मालूम हो कि कुफ़री शिमला और चाइल के साथ मिलकर हिमाचल प्रदेश का स्वर्णिम-त्रिभुज निर्मित करता है।
यहां अप्रैल से जून या फिर बर्फ़बारी देखने के साथ ही स्कीइंग का लुत्फ़ उठाने को दिसंबर से फरवरी के बीच जाना उचित रहता है। फरवरी में यहां एक सालाना कार्निवाल का आयोजन किया जाता है, जो पर्यटकों के लिये आकर्षण का केंद्र होता है।
कुफ़री का फल पार्क घूमना ख़ासा मनोरंजक है और यह आपको रोमांच से भर देता है। यहां बच्चों के लिये भी काफी-कुछ है। इस पार्क में संसार का सबसे ऊंचा गो-कार्ट ट्रैक भी शामिल है। फ़न-पार्क में कैंटीन भी है, जहां आप घूमने के दौरान कुछ खा-पीकर फिर से तरोताज़ा हो जाते हैं।
9. लक्कड़ बाजार
जैसा कि नाम से ही ज़ाहिर है, शिमला के लक्कड़ बाजार में लकड़ी से निर्मित चीजें मिलती हैं। इनमें बच्चों के खिलौने भी शामिल हैं। अगर आप कहीं बाहर से शिमला घूमने आये हैं और स्मारक के रूप में यहां से कुछ टिकाऊ चीज ले जाना चाहते हैं तो लक्कड़ बाजार में आपके लिये बहुत सारे विकल्प मौज़ूद हैं। इसके अलावा यहां शिमला के स्थानीय भोजन का आनंद भी उठाया जा सकता है। लक्कड़ बाजार शिमला रिज के बगल ही स्थित है।
10. किआला फ़ॉरेस्ट
शिमला के कोठकाई घाटी के नजदीक स्थित यह जंगल वाइल्ड-लाइफ़ यानी वन्य-जीवन से लगाव रखने वालों के लिये बहुत उपयुक्त पर्यटन स्थल है। यहां ठहरने के लिये कई अच्छे होटल्स और रेज़ॉर्ट्स भी उपलब्ध हैं। यहां हरे-भरे पेड़ों के बीच विचरण करते कई तरह के जंगली जानवर भी आपको दिख सकते हैं।
इस तरह हम देखते हैं कि आप गर्मी की छुट्टियों में बच्चों को कहीं घुमाने ले जाना चाहें, या खुद के लिये ही एक रोमांटिक टूर प्लान कर रहे हैं शिमला आकर आपको कतई निराश नहीं होना पड़ेगा। यहां आप घुड़सवारी, स्कीइंग, पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग आदि तमाम तरह के एडवेंचर का आनंद ले सकते हैं। वहीं शिमला से महज़ पचास किलोमीटर दूर सतलुज नदी के तट पर तत्तापानी जाकर रिवर-रॉफ्टिंग भी कर सकते हैं।
शिमला को हिल्स-क्वीन यानी पहाड़ों की रानी यूं ही नहीं कहा जाता। यहां की पहाड़ियों के मनोहर नज़ारे, शुद्ध शीतल हवा ढलते सूरज की सुनहरी सी रौशनी से मिलकर एक अद्भुत रोमांटिक समां बांध देते हैं। जिसमें हम मंत्रमुग्ध से डूबे रहते हैं।
11. जाखू हिल
जाखू हिल शिमला के सबसे ऊँचे स्थानों में आता है। यह शिमला का एक मुख्य पर्यटन स्थल है। जाखू हिल पूरी तरह से अल्पाइन पेड़ो से घिरी है। इस हिल पर एक मंदिर भी है, जिस मंदिर का नाम जाखू हिल के नाम पर ही रखा गया है। इसलिए इस मंदिर को जाखू मंदिर कहते है। यहाँ पर एक बहुत बड़ी हनुमान जी की मूर्ति है। अगर आप शहर की हलचल से दूर जाना चाहते है, तो आप कुछ समय जाखू हिल पर बिता सकते है। जाखू हिल पर पहुंचने के लिए आपको लगभग 2.5 किलोमीटर के फुटपाथ की पैदल यात्रा करनी होगी। इसके अलावा आप केबल कार का विकल्प भी चुन सकते है। जब आप पैदल जाखू हिल पर जाते है, तो यहाँ पर आपको बहुत सारे बदर मिलेंगे आपको इनसे थोड़ा सावधान रहना चाहिए। क्योकिं कभी कभी यह खतरनाक भी हो सकते है।
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Note – इस लेख में आपको शिमला में घूमने की जगह के बारे में बताया गया है। जिसमे शिमला में घूमने वाली सभी जगह को कवर किया गया है। अगर आपका इस लेख से सम्बंधित कोई भी सवाल है, तो आप हमें कमेंट करके बता सकते है। आपको यह लेख शिमला में घूमने की जगह पसंद आया तो कृपया इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें, धन्यवाद।