Top 10 Places to Visit in Rishikesh | ऋषिकेश में घूमने की जगह

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Top 10 Places to Visit in Rishikesh

Top 10 Places to Visit in Rishikesh – जब भी छुट्टियों में किसी ऐसे शहर में जाना चाहते हैं जो धार्मिक स्थल के साथ-साथ घुमने की भी जगह हो तो आपको ऋषिकेश जरूर जाना चाहिए। ऋषिकेश उत्तराखंड राज्य के जिले यानी देहरादून में स्थित है। इस जगह का पहाड़ पूरे देहरादून में प्रसिद्ध है। ये उत्तर भारत में हिमालय की तलहटी में स्थित है। अक्सर लोग अपना समय व्यतीत करने यहाँ आते हैं या फिर अपने परिवार वालों के साथ यहाँ पर घूमने आते हैं।

आपको बता दें कि ऋषिकेश विश्व के योग के नाम से प्रसिद्ध है। ऋषिकेश एक ऐसी जगह है जहाँ कि वातावरण आपको बिल्कुल शांत देखने को मिलेंगे। भारत के लोगों के साथ साथ विदेश के लोग भी इस जगह को काफी पसंद करते हैं। इस जगह पर ऐसी बहुत सी घूमने की जगह है जिससें देखकर आपका मन बेहद खुश हो जाएगा। लोग घुमने के साथ-साथ योगा और मेडिटेशन करने के लिए ऋषिकेश आते हैं।

Table of Contents

ऋषिकेश में घूमने की जगह | Top 10 Places to Visit in Rishikesh

आइये जानते हैं कि ऋषिकेश की उन खूबसूरत जगह के बारे में जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है।

1. ऋषिकेश योग केंद्र (Rishikesh Yoga Center)

Rishikesh Yoga Center

अगर आप अपने शरीर को तंदुरुस्त रखना चाहते हैं तो आपको इस योग केंद्र में जरूर आना चाहिए। योग केंन्द्र ऋषिकेश का सबसे बड़ा योग केंद्र में से एक है। अक्सर लोग अपने रोज़मर्रा की जिंदगी से परेशान हो जाते हैं। उन्हें कुछ समय के लिए शांत वातावरण की जरूरत पड़ती है तो इस जगह पर आकर लोग बैठते हैं और योग भी करते हैं। जिससे उनकी थकान कम हो जाती है और सारी परेशानियां भी दूर हो जाती है। दूर दूर से लोग ऋषिकेश की इस जगह पर मेडिटेशन की कक्षाएं लेने आते हैं।

अमेरिका, चीन, यूरोप इन देशों से छात्रा ऋषिकेश के योगा केंद्र में मेडिटेशन और योगा भी सीखने आते हैं। ऋषिकेश में योग केंद्र पूरे भारत में योग कैपिटल के नाम से प्रसिद्ध हो गया है। जो भी ऋषिकेश घूमने आते हैं वह इस योग केंद्र में अपने मन को शांत करने जरूर जाते हैं। दुनिया भर से नौजवान इस केंद्र में मेडिटेशन सीखने आते हैं। ऋषिकेश आने के बाद आप आयुर्वेदिक मसाज लेना ना भूले। आयुर्वेदिक मसाज करने से आप अपने शरीर को बेहद तंदुरुस्त महसूस करेंगे। इससे आपके शरीर में किसी भी तरह का कोई थकान नहीं होगा। आयुर्वेदिक मसाज करने से आपको अपने शरीर में किसी भी तरह का कमजोरी महसूस नहीं होगा।

आइये जानते हैं कि इस प्रसिद्ध योग केंद्र का क्या इतिहास रहा हैं?

साल1968 में लोकप्रिय इंग्लिश लॉक बैंड बीटल्स ने ऋषिकेश में योग आश्रम बनवाया था। बीटल्स आश्रम में रहकर प्रतिदिन योग किया करते थे। बीटल्स योग आश्रम में रहकर कई गीतों की रचना भी किये हैं। माइक लव ऑफ द बीच, पॉल हॉन और जिप मिल्स के साथ कई अन्य कलाकार ऋषिकेश में रहकर कुछ समय व्यतीत किए हैं। बीटल्स प्रतिदिन आश्रम में रहकर मेडिटेशन किया करते थे जिससें उनका ध्यान एक जगह केन्द्रित रहता था।

आइये जानते हैं कि इस योग केंद्र में कैसे पहुँचा जा सकता हैं?

योग केंद्र ऋषिकेश से 24 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो ऋषिकेश का सबसे बड़ा आश्रम में से एक है। योग केंद्र आने के लिए आपको सबसे पहले ऋषिकेश आना होगा। उसके बाद ऋषिकेश के रोड से आपको कार या फिर जीप लेकर इस केंद्र में जाना होगा। आज के नौजवान के लिए ये आश्रम बहुत ही सही हैं क्योंकि वह यहाँ पर आकर अपने मन को शातं कर सकते है। आज के युक्क अपने ध्यान को एक जगह केन्द्रित करने के लिए मेडिटेशन भी कर सकते हैं। जिससें उन्हें पढ़ाई में बेहद मदद मिलेंगी।

Location- Rishikesh, Haridwar
Time- 24 hours open
Entry Fee- There is no entry fee in the yoga centre. People can visit and mediation anytime.

2. ऋषिकेश लक्ष्मण झूला (Rishikesh Laxman Jhula)

Top 10 Places to Visit in Rishikesh

ये खूबसूरत झूला ऋषिकेश में स्थित हैं। इस लक्ष्मण झूला के बिल्कुल पास एक बहुत बड़ा गंगा नदी है जो देखने में बेहद साफ दिखता है। ऋषिकेश पौराणिक केदारखंड का एक हिस्सा है। ऐसा माना जाता है कि श्री राम यहाँ पर स्वयं पधारे थे, तभी से जगह का नाम लक्ष्मण झूला पड़ गया हैं। इस पूल से गंगा का खूबसूरत दृश्य देखने को मिलता है। ये झूला 450 फुट लंबा गंगा नदी के ऊपर झूलता हैं। जो दिखने में बहुत खूबसूरत दिखता हैं। दूर-दूर से लोग इस झूला को देखने के लिए आते हैं और इस झूला के ओर आकर्षित हो जाते है।

आइये जानते हैं कि इस झूले का निर्माण कैसे हुआ?

इस झूले का निर्माण 1923 में ब्रिटिश सरकार के द्वारा करवाया गया था। ऋषिकेश में बहुत बारिश होने के कारण यह पुल बाढ़ के चपेट में आ गई थी। जिसके कारण यह पुल बाढ़ के पानी में टूट गई थी। दुबारा फिर से साल 1987 में पुल का निर्माण करवाया गया था। 3 साल तक इस पुल का काम चलते रहा। उसके बाद यह पुल बनकर तैयार हो गया। ऋषिकेश का सबसे बड़ा पूल में से एक था जो लक्ष्मण झूला के नाम से ऋषिकेश में प्रसिद्ध हो गया है। इस पुल के एक ओर भगवान श्री लक्ष्मण का खूबसूरत मंदिर स्थापित है और दूसरी ओर भगवान श्रीराम का मंदिर स्थापित है। इस दोनों मंदिर को देखने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं।

आइये जानते हैं कि इस लक्ष्मण झूला पर कैसे पहुँचा जा सकता है?

ये जगह ऋषिकेश के पहाड़ियों के बीच स्थित हैं। इस खूबसूरत झूला को देखने के लिए आपको सबसे पहले ऋषिकेश आना होगा। उसके बाद आप ऋषिकेश के सड़क से कार या फिर ट्रेन से ऋषिकेश के इस अद्भुत जगह पर पहुँच सकते हैं।

Location- Rishikesh, Uttarakhand
Time- Moring 5am to Night 10:00pm
Entry Fee- There is no entry fee in this place. People can visit anytime in this place.

3. त्रिवेणी घाट ऋषिकेश (Triveni Ghat Rishikesh)

जो भी श्रध्दालु ऋषिकेश आते हैं। वह इस घाट पर स्नान जरूर करते हैं। श्रध्दालु का ऐसा कहना है कि इस गंगा का पानी बेहद साफ है और इस पानी में किसी भी तरह का कोई गंदगी नहीं है। ऐसा माना जाता है कि त्रिवेणी घाट पर हिंन्दू धर्म की महत्वपूर्ण गंगा आपस में मिलती है। यानी गंगा, यमुना और सस्वती का संगम त्रिवेणी घाट पर होता है। त्रिवेणी घाट में गंगा नदी दायीं ओर मुड़ जाती है जो देखने में बेहद अद्भुत दिखता है। इस स्थान पर शाम को होने वाली आरती का नजारा बहुत खूबसूरत दिखता है।

आइये जानते हैं कि इस घाट का क्या इतिहास रहा है?

त्रिवेणी घाट उत्तराखंड राज्य के जिले में स्थित है। इस स्थान पर गंगा नदीं, यमुना और सस्वती का संगम होता है, जो देखने में बेहद अद्भुत दिखता है, जिसके वजह से इस घाट का नाम त्रिवेणी घाट रखा गया है। ऐसा माना जाता है कि रामायण और महाभारत के मुताबिक कहा जाता है कि भगवान श्रीराम ने इस पवित्र स्थान का निर्माण किया है। जो भी लोग इस घाट पर आते हैं वह सबसे पहले इस घाट पर जाकर स्नान करते हैं और फिर मंदिर का दर्शन करते हैं। कहा जाता है कि हरिद्वार की हर की पौड़ी में स्थान करने जितना लाभ त्रिवेणी घाट में स्नान करने से मिलता है। ऐसा मान्यता है कि यदि आप प्रति दिन सुबह में इस घाट पर जाकर स्नान करेंगे तो आपका सारा पाप मुक्त हो जाएंगे।

आइये जानते हैं कि इस घाट पर कैसे पहुँचा जा सकता है?

ऋषिकेश से ये जगह 262 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस घाट पर पहुँचने के लिए आपको सबसे पहले ऋषिकेश आना होगा। उसके बाद ऋषिकेश के रोड से कार या फिर जीप लेकर आप इस जगह पर पहुँच सकते हैं। इस घाट पर आप ऋषिकेश के सड़क जो हरिद्वार और देहरादून से जुड़ा हुआ है, जिस पर ट्रांसपोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध है। इस सड़क से भी आप त्रिवेणी घाट पर असानी से जा सकते है और इस घाट पर जाकर यहाँ के पानी से स्नान भी कर सकते है।

Location- Jairam Ashram Marg, Triveni Ghaat, Rishikesh , Uttarakhand
Time- 5:00am to 9:00pm
Entry Fee- There is no entry fee in this place. People can visit anytime.

4. परमार्थ निकेतन घाट ऋषिकेश (Parmarth Niketan Ghat Rishikesh)

Parmarth Niketan Ghat Rishikesh (2)

ये जगह ऋषिकेश के पहाड़ियों के बीच में स्थित है। लक्ष्मण झूला के बिल्कुल पास में निकेतन आश्रम है। इस घाट के आसपास खाने पीने के अन्य भोजन मिलते है। लक्ष्मण झूला और निकेतन घाट के पास हस्त शिल्प की बहुत सारी दुकानें हैं। इस जगह पर आपको सिर्फ शाहकारी भोजन खाने को मिलेंगे। इस घाट के पास बहुत सारी खूबसूरत मंदिर बने हुए हैं। घाट के सामने की हर मंदिर में एक अलग ही नजारा दिखने को मिलता हैं।

आइये जानते हैं कि इस आश्रम का क्या इतिहास रहा है?

इस आश्रम का निर्माण साल 1942 में हुआ था। यह आश्रम हिमालय की गोद में गंगा के किनारे स्थित हैं जो दिखने में बेहद खूबसूरत हैं। मंदिर का निर्माण विशध्दानन्द द्वारा स्थापित हुआ था। ये आश्रम ऋषिकेश का सबसे पुराना आश्रम में से एक है। स्वामी विशध्दानन्द जी को ऋषिकेश में काली कमाली के नाम से जाना जाता हैं। ये जगह ऋषिकेश के हजारों योग सेंटर के बीच स्थापित हैं। इस जगह के आसपास बहुत सारा योग केंन्द्र देखने को मिलता है। लोग इस आश्रम में अपने शारीरिक थकान के साथ साथ मानसिक थकान को दूर करने के लिए आते हैं। ये आश्रम हर लोग के लिए सबसे महत्वपूर्ण जगह में में से एक हैं।

आइये जानते हैं कि इस आश्रम में कैसे पहुँचा जा सकता है?

ऋषिकेश से ये आश्रम 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस आश्रम में जाने के लिए आपको सबसे पहले ऋषिकेश आना होगा। उसके बाद ऋषिकेश के सड़क से कार लेकर आप इस आश्रम में घूमने जा सकते हैं। यहाँ जाकर आप मेडिटेशन कर सकते हैं और अपने मन को शांत भी कर सकते हैं।

Location- Geeta Bhavan, Swarg Ashram, Rishikesh, Uttarakhand
Time- 24 hours open
Entry Fee- There is no entry fee in this place.

5. नीलकंठ मंदिर ऋषिकेश (Neelkanth Temple Rishikesh)

Rishikesh Me Ghumne Ki Jagah

ऋषिकेश में पहाड़ियों के बीच शिव का विशाल मंदिर है, जो नीलकंठ के नाम से पूरे ऋषिकेश में प्रसिद्ध है। इस जगह पर भगवान शिव का सबसे बड़ा मंदिर है शिव भगवान के दर्शन के लिए दूर दूर से लोग आते हैं। इस मंदिर की धरातल 55000 की ऊँचाई पर है। कहा जाता है कि भगवान शिव ने इसी जगह पर समुद्र से निकलकर विष ग्रहण किया था। इस मंदिर के आसपास आपको बहुत सारा मंदिर देखने को मिलेंगे, जैसे रामझूला, लक्ष्मणझूला, तेज गति, गीता भवन इत्यादि।

आइये यह जानते हैं कि इस खूबसूरत मंदिर का क्या इतिहास रहा?

इस मंदिर के पीछे पौराणिक कथा हैं। पौराणिक कथा में कहा जाता है कि भगवान शिव ने सागर मंथन से विष ग्रहण कर लिया था। जिसकी वजह से उनका पूरा गला नीला, पड़ गया था। इसके बाद से ही भगवान शिव को नीलकंठ का रूप कहा जाता है। हिंदू धर्म में कहा जाता है कि देवों के देव यानी शिव भगवान है। ये मंदिर पहाड़ के 1330 फ़ीट की ऊँचाई पर है। भगवान शिव को डमरू, त्रिशूल और बालों की जटा के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक कथा में यह भी कहा जाता है कि भगवान शिव कैलाश पर्वत पर जाने से पहले उन्होंने खुद इस अद्भुत शिवलिंग का स्थापित किए थे।

आइये जानते हैं कि भगवान शिव के इस मंदिर में कैसे पहुँचा जा सकता हैं?

इस मंदिर में जाने के लिए आपको सबसे पहले ऋषिकेश आना होगा। उसके बाद ऋषिकेश के सड़क से आपको कार या फिर जीप लेकर इस मंदिर में दर्शन करने के लिए जाना होगा। इस मंदिर में जाने के लिए ट्रेन की सुविधा भी उपल्बध हैं। ऋषिकेश से नीलकंठ मंदिर जाने के लिए टैक्सी की सुविधा उपलब्ध है। इस टैक्सी पर 120 लोग बैठकर इस मंदिर के दर्शन करने के लिए जा सकते हैं।

Location- Haridwar, Uttarakhand
Time- Morning 5:00am to Evening 6:00Pm
Entry Fee- There is no entry fee in this place.

6. भरत मंदिर ऋषिकेश (Bharat Mandir Rishikesh)

Rishikesh Me Ghumne Ki Jagah

ये मंदिर ऋषिकेश के पहाड़ियों के बीच स्थित है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि भगवान राम के छोटे भाई भरत को समर्पित है। ये मंदिर ऋषिकेश का सबसे पुराना मंदिर में से एक है। ये मंदिर त्रिवेणी घाट के पास ओल्ड टाउन में पड़ता हैं। लोगों का इस मंदिर के बारे में कहना है कि इस मंदिर में आने के बाद आप भगवान से जो भी मांगते है सच्चे दिल से वह जरूर पूरा होता हैं। लोग दूर -दर से आकर इस मंदिर अपने परिवार वालों के लिए सुखी जवीन का भगवान से मनोकामना करते हैं।

आइये जानते हैं कि भरत मंदिर का क्या इतिहास रहा है?

इस मंदिर का निर्माण गुरु शंकराचार्य ने 12 शताब्दी में करवाया था। साल 1398 में विदेशी आक्रांता तैमूर ने इस मंदिर में आक्रमण करके कब्जा कर लिया था। इस मंदिर के बारे में लोगों का कहना था कि ये मंदिर भगवान राम के भाई भरत को समर्पित हैं। इस मंदिर में हर देवी देवाताओं का निवास हैं।

आइये जानते हैं कि इस मंदिर में कैसे पहुँचा जा सकता हैं?

भरत मंदिर ऋषिकेश से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर में पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले ऋषिकेश आना होगा। उसके बाद आप ऋषिकेश से रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़कर इस मंदिर में दर्शन करने के लिए जा सकते हैं।

Location- Ghaat Road Maya kund, Uttarakhand
Time- Morning 5:00am to evening 6:00pm
Entry Fee- There is no entry fee in this place. People can visit and prayer anytime.

7. कैलाश निकेतन मंदिर (Kailash Niketan Temple)

Top 10 Places to Visit in Rishikesh

ये मंदिर ऋषिकेश के सबसे ऊँचे पहाड़ियों के बीच स्थित है जो देखने में बेहद खूबसूरत दिखता है। यह मंदिर ऋषिकेश का सबसे पुराना मंदिर में से एक है। ऋषिकेश के जगह लक्ष्मण झूला के पास यह मंदिर है। इस मंदिर में 13 मंजिल की इमारत है। इस मंदिर की विशालता बाकी मंदिरों से अलग बनाती है। कहा जाता है कि इस मंदिर में सभी देवी देवताओं को स्थापित किया गया है। इस मंदिर की 13 मंजिल के इमारत को देखने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं।

आइये जानते है कि इस खूबसूरत मंदिर का इतिहास क्या रहा है?

इस मंदिर का निर्माण 12 शताब्दी में हुआ था। ऋषिकेश का सबसे पहला मंदिर में से एक है जो लक्ष्मण झूला के बिल्कुल किनारे बना था। ये मंदिर 12खंड़ों में बना था जो दिखने में बेहद विशाल था। इस मंदिर के दर्शन के लिए 13 मंजिल चढ़ना पड़ता है। पुरानी कथा में कहा जाता है कि ऋषिकेश के बाकी मंदिरों से ये मंदिर विभिन्न हैं, क्योंकि इस मंदिर में सारे देवी देवताओं की मूर्ति स्थापित है।

आइये जानते हैं कि इस मंदिर में दर्शन करने के लिए कैसे पहुँचा जा सकता?

ये मंदिर ऋषिकेश से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आपको सबसे पहले ऋषिकेश जाना होगा। उसके बाद ऋषिकेश के सड़क से कार या फिर जीप लेकर आप इस मंदिर में दर्शन करने के लिए जा सकते हैं। इस मंदिर में दर्शन करने के लिए आप रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़कर भी जा सकते है। इस खूबसूरत मंदिर को देखने और दर्शन के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं।

Location- Swarg Ashram , Rishikesh , Uttarakhand
Time- Morning 6:00am to evening 7:00pm
Entry Fee- There is no entry fee in this place. People can visit and prayer anytime in this temple.

8. वशिष्ठ गुफा ऋषिकेश (Vashistha Cave Rishikesh)

Rishikesh Me Ghumne Ki Jagah

ये जगह ऋषिकेश के खूबसूरत पहाड़ियों के बीच स्थित है जो दिखने में अद्भुत है। इस गुफा के आसपास साधु महात्मा आज भी विश्राम करते हुए नजर आते हैं। ये गुफा बद्रीनाथ केदारनाथ मार्ग में स्थित है। इस गुफा के भीतर भगवान शिव का बहुत बड़ा शिवलिंग है। जिसको देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।

आइये जानते हैं कि इस गुफा का क्या इतिहास रहा है?

ऐसा माना जाता है कि ये गुफा 3 साल से भी ज्यादा पुराना है। पौराणिक कथा में इस गुफा के बारे में कहा जाता है कि भगवान राम के गुरु और राजा दशरथ के परोहित का निवास स्थल था।

आइये जानते है कि इस गुफा में कैसे पहुँचा जा सकता है?

ये जगह ऋषिकेश से 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस गुफा में पहुँचने के लिए आपको सबसे पहले ऋषिकेश आना होगा। उसके बाद ऋषिकेश के सड़क से बस या फिर कार लेकर आप इस गुफा में घूमने जा सकते है।

Location- Haridwar, Rishikesh Badrinath Road
Time- Morning 6:00am to Evening 7:00pm
Entry Fee- There is no entry fee in this place. People can visit anytime.

9. रिवर राफ्टिंग ऋषिकेश (River Rafting Rishikesh)

Rishikesh Me Ghumne Ki Jagah

ये जगह ऋषिकेश में स्थित है। यहाँ पर होने वाली एडवेंचर एक्टिविटी लोगों को काफी पसंद आती है। दूर-दूर से लोग यहाँ पर राफ्टिंग करने के लिए आते हैं। कुछ लोग यहाँ पर राफ्टिंग कर रहे लोगों को देखकर आनंद लेते हैं। यहाँ पर बहुत सारा अडेंवचर एक्टिविटी होता हैं। जैसे- रिवर राफ्टिंग, फ़्लाइंग फ़ॉक्स, क्लिफ जम्पिंग इत्यादि। गंगा नदीं में रिवर राफ्टिंग करने का मचा बहुत ही रोमांचक होता हैं। रिवर राफ्टिंग के आसपास का दृश्य आपको बेहद अद्भुत दिखनने को मिलेगा। बच्चे से लेकर बुढ़े बुजुर्ग सब इस खूबसूरत जगह के दीवाने हैं। बच्चे अपने स्कूल के छुट्टियों में ऋषिकेश के इस जगह पर जरूर आना पंसद करते हैं क्योंकि यहाँ पर बच्चों के लिए बहुत सारा अडेंवचर एक्टिविटी होता हैं।

आइये जानते हैं कि इस रोमांचक जगह पर कैसे पहुँचा जा सकता है?

ये जगह ऋषिकेश से 12किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। इस खूबसूरत जगह पर पहुँचने के लिए आपको कार या फिर बस से जाना होगा। गंगा नदीं से बेहती हुई पानी देखने में बेहद खूबसूरत दिखता हैं। लोग यहाँ पर आकर रिवर राफ्टिंग का आनंद लेते हैं।

Location- Rishikesh, Uttarakhand
Time- 24Hours open
Entry Fee- There is no entry fee in this place.

10 नीर गढ़ जलप्रपात ऋषिकेश (Neergarh Falls Rishikesh)

Rishikesh Me Ghumne Ki Jagah

ये जगह हरी भरी पहाड़ियों के बीच स्थित है। इस जगह पर झड़ने से ठंडा पानी गिरता है। जिसमें लोग नहाना बेहद पसंद करते हैं क्योंकि लोगों के शरीर पर जब झड़ने की ठंडे पानी की बूँदें पड़ती है तो उनका रोम रोम पुलकित हो जाता है। इस जगह के आसपास छोटे छोटे ढाबा है जहाँ पर आप जाकर स्वादिष्ट खाना खाने का आनंद उठा सकते है। अक्सर लोग गर्मियों के मौसम में इस जगह पर आते हैं क्योंकि ये जगह काफी ठंडी रहती हैं। लोगों को यहाँ आकर बेहद अच्छा महसूस होता हैं। ये जगह पहाड़ी क्षेत्र के खूबसूरत लकडियों के बीच छुपा हुआ हैं। इस जगह में तीन खूबसूरत झरने का आपस में मिलती हैं। ऐसा लगता है मानो प्राकृतिक ने अपनी सुन्दरता चारों ओर बिखरे दी हैं।

आइये जानते हैं कि इस खूबसूरत झड़ने में कैसे पहुँचा जा सकता हैं?

ये जगह ऋषिकेश से 12 किलोमीटर की दूरी पर है। इस जगह पर जाने के लिए आपको सबसे पहले ऋषिकेश आना होगा उसके बाद ऋषिकेश के सड़क से कार या फिर बस लेकर आप इस जगह पर जा सकते हैं। ऋषिकेश से राफ्टिंग के द्वारा भी इस जगह पर पहुँचा जा सकता है।

Location- Neergarh, Waterfall, Rishikesh Road
Time- 24Hours open
Entry Fee- There is no entry fee in this place

Places to Explore in Rishikesh

Note – इस लेख में आपको ऋषिकेश में घूमने की जगह के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसके अलावा इस लेख में सभी जगहों की History को भी शामिल किया है, सभी जगहों का इतिहास वहां पर कैसे पंहुचा जायेगा और भी कई महत्वपूर्ण चीजों के बारे में आपको Hindi में बताया गया है। इसके अलावा ऋषिकेश के पास घूमने की जगह भी इस लेख में शामिल है। अगर आप इस लख से सम्बंधित कोई भी सवाल है, तो आप हमें कमेंट करके बता सकते है। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा, तो कृपया इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें, धन्यवाद।

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