डॉलफिन एक बहुत ही काम देखे जाने वाली मछली है। जो की विलुप्त होने की कगार पर है। आज हम जानेगे डॉलफिन मछली (Dolphin in Hindi) के बारे में पूरी जानकारी। डॉलफिन मछली की उत्पत्ति समुन्द्र से हुई है। यह बहुत ही समझदार जीव कई कहानियों के अनुसार डॉलफिन ने समुन्द्र में डूबता हुए इंसानो को भी बचाया है। आइये जानते है, Information About Dolphin In Hindi डॉलफिन से जुड़े सभी Fact और जानकारियां हिंदी में –
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Dolphin क्या है?
डॉलफिन एक प्रकार का स्तनधारी जीव है। हालाकिं बहुत से लोग इसे मछली मानते है। लेकिन वास्तव में डॉलफिन स्तनधारी जीवो की श्रेणी में आती है। इसकी 40 प्रजातियां और 17 वंश है, डॉलफिन का आकार लगभग 4 फिट से लेकर 30 फिट तक होता है। और वजन 400 ग्राम से लेकर 10 टन तक होता है। दस टन वाली मछलियों में आमतौर पर ऑर्का या किलर व्हेल की प्रजातियां आती है।
यह संसार के सभी समुंद्री महाद्वीपों में उथले सागर के क्षेत्रों में पायी जाती है। डॉलफिन मछली माँसाहारी होती है, यह छोटी मछलियों और समुद्री छोटे जीवो को अपना भोजन बनाती है। डॉलफिन की उत्पत्ति पृथ्वी पर लगभग 10 करोड़ साल पहले मियोसीन काल के दौरान हुई थी। डॉलफिन मछली पृथ्वी के कुछ सबसे बुद्धिमान जीवों से एक है, जो की अपनी इसी आदत और बुद्धिमता की वजह से इंसानो के बिच अधिक पाली जाती है। इसको पालने का मुख्य कारण होता है। डॉलफिन द्वारा करतब दिखाना।
डॉलफिन की Scientific Classification जानकारी (Goldfish in Hindi)
डॉलफिन का वैज्ञानिक नाम (Scientific Name) | डेल्फ़ीनस (Delphinus) |
अंग्रेजी नाम | Dolphine |
हिंदी नाम | सूंस |
जाति | P. Gangetica |
कुल | Platanistidae |
वंश | Platanista |
निवास स्थान | मीठा पानी |
मूल निवासी | Western Pacific Ocean |
आकार | 4 फिट से 30 फिट तक |
वजन | 400 ग्राम से 10 टन तक |
भोजन | छोटी मछलियां, अन्य छोटे समुंद्री जीव |
सम्भोग का समय | डॉलफिन के सम्भोग का निश्चित समय नहीं है। |
गर्भकाल का समय | 10 महीने |
रहने के लिए जल का तापमान | 10°C से 32°C सेल्सियस |
औसत आयु | 27 वर्ष |
डॉलफिन का साइंटिफिक नाम क्या है?
डॉलफिन का वैज्ञानिक नाम (Scientific Name) – डेल्फ़ीनस (Delphinus) है। इसके अलावा इस मछली का English Name – Dolphin है, जो की मूल रूप से ग्रीक δελφίς (डेल्फी) से लिया गया है, जिसका अर्थ डॉल्फिन होता है, साथ ही theλ Greek (डेल्फ़स) यह भी इसी शब्द से जुड़ा हुआ है, जिसका अर्थ “गर्भ” से संबधित था। जिससे की इस स्तनधारी जीव को “गर्भ के साथ एक मछली” के रूप में भी जाना जाता है।
डॉल्फिन मछली की जानकारी (Dolphin in Hindi)
डॉलफिन मछली के शरीर की त्वचा मोटी होती है। जिसका रंग हल्का भूरा होता है। कभी कभी इस मछली की त्वचा पर हलके गुलाबी रंग की आभा को भी देखा जा सकता है। इसके पंखो का आकर बड़ा होता है, इसका ऊपरी पंख अन्य पंखो की अपेक्षा थोड़ा छोटा है। इस मछली का माथा भी होता है, जो की सीधा खड़ा होता है, इसकी आँखों का आकर छोटा होता है। यह मछली बहुत ही समझदार और Intelligent होती है। यह मनुष्य से प्यार करती है।
आपको बता दें की Dolphin मछली की मीठे पानी में रहने वाली दो प्रजातियां होती है, गंगा नदी डॉल्फिन (Platanista Gangetica Gangetica) और सिंधु नदी डॉल्फिन (Platanista Gangetica Minor) ये दोनों डॉलफिन की प्रजातियां नेपाल, भारत, पाकिस्तान, और बांग्लादेश में पायी जाती है। यह एक बहुत ही कम पाए जाने वाली प्रजाति है।
जिसकी वजह से केंद्र सरकार ने Dolphin Fish को 18 मई सन 2010 में भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया था। गंगा नदी में लगातार बढ़ता प्रदूषण, और बांध बनाने की वजह से इन जीवो की संख्या लगातार घटती जा रही है। वर्तमान समय में एक सर्वे के अनुसार भारत में लगभग 2000 Dolphin ही बची है।
इन विलुप्त प्राय जीवो का शिकार मुख्य रूप से तेल निकलने के लिए किया जाता है। मछुआरे इस मछली को पकड़ने के लिए इसके भोजन के रूप में अन्य मछलियों का उपयोग करते है। India के उत्तर प्रदेश और बिहार राज्य में इस मछली को ‘सोंस’ नाम से जाना जाता है, और आसामी भाषा में डॉल्फिन को ‘शिहू’ कहा जाता है। यह समुन्द्र और नदियों में अपने भोजन को सूंघ कर तलाशती है, इस मछली में सूंघने की अपार क्षमता होती है।
जैसा की आपको ऊपर बताया गया है, की यह एक मांसाहारी जलीय जीव है, जो भारत में लगभग 10 करोड़ साल पहले मौजूद है। मादा डॉलफिन से ज्यादा नर डॉल्फिन की लम्बाई होती है। इन मछलियों की औसत आयु करीब 27 साल मानी गयी है। डॉलफिन मछली को लेकर मौर्य वंश के शासक सम्राट अशोक ने भी कई सदी पहले संरक्षण के लिए कदम उठाये थे।
जैसा की आपको ऊपर के लेख में बताया गया है, की यह एक स्तनधारी जीव है, जो की बच्चे पैदा करती है। जबकि अन्य सभी मछलियां अंडे देती है। यह एक आम इंसान से करीब 10 गुना ज्यादा सुन सकती है। इसकी त्वचा बहुत ही नरम होती है। अगर इसके शरीर पर कही थोड़ी सी भी खरोंच आ जाती है, तो वहां पर घाव हो जाता है।
Dolphin हमेशा अपनी आँख खोलकर सोती है, सोते समय इसका आधा मस्तिष्क हमेशा Active रहता है। यह पानी में लगभग 36 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ़्तार से तैरती है। डॉलफिन एक बार में एक बच्चे को जन्म देती है। इसका गर्भकाल 10 महीने का होता है।
यह अन्य समुंद्री जीवो की तरह समुन्द्र का पानी नहीं पीती है, बल्कि पानी की आपूर्ति अपने भोजन द्वारा करती है। यह पानी के निचे ज्यादा देर के लिए नहीं रहती है। इन्हे साँस लेने के लिए पानी के ऊपर आना पड़ता है। डॉलफिन को कई बड़े स्वीमिंग पूल में करतब दिखने के लिए पाला जाता है, यह मछली पानी से करीब 20 ऊपर तक छलांग लगा सकती है।
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Dolphin in Hindi FAQ
भारत की राष्ट्रीय मछली कौन सी है?
भारत राष्ट्रीय मछली डॉलफिन है, जिसे 18 मई सन 2010 में भारत के जलीय जीव के रूप में घोषित किया था। डॉलफिन सिर्फ शुद्ध पानी में ही रहना पसंद करती है।
डॉल्फिन क्या करती है?
डॉलफिन पानी में करतब दिखा सकती है। यह मनुष्य की और सिटी की आवाज को सुन और पहचान सकती है। यह पानी के अंदर लगभग 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तैर सकती है। यह पानी के अंदर साँस नहीं ले पाती है। डॉलफिन साँस लेने के लिए पानी की ऊपरी सतह पर आती है।
क्या डॉल्फिन देख सकती है?
गंगा नदी की डॉलफिन नहीं देख सकती है, जबकि समुंद्री डॉलफिन देख सकती है।
डॉल्फिन मछली कितनी बड़ी होता है?
डॉलफिन मछली व्हले प्रजाति की है, जो की 4 फिट से लेकर 30 फिट तक बड़ी हो सकती है। और इसका वजन 400 ग्राम से लेकर 10 टन तक होता है।
क्या डॉलफिन के अंडे होते है?
डाल्फिन एक स्तनधारी जीव है, यह अंडे नहीं देती है। यह बच्चे पैदा करती है। आमतौर पर डॉलफिन की आयु 27 वर्ष आंकी गयी है, लेकिन कुछ डॉलफिन लगभग 50 साल या इससे ज्यादा भी जीवित रह सकती है।
Note – यह लेख डॉलफिन मछली के बारे में था। जिसमे आपको डॉलफिन के रोचक तथ्य और जानकारी के अलावा डॉलफिन क्या खाती है? इसके बारे में बताया गया है। मुझे पूरी उम्मीद है, की आपको यह लेख (Dolphin in Hindi) जरूर पसंद आया होगा। अगर आपका इस लेख से सम्बंधित कोई भी सवाल है, तो आप कमेंट करके बता सकते है। इस पोस्ट को अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करना ना भूलें, धन्यवाद।
Very good jankari