पृथ्वी के बीचो बीच कौन सा देश है : कई लोगो के मन में यह सवाल आता है, पृथ्वी के बीचो बीच कौन सा देश है? पृथ्वी का आकर अंडाकार है। इस पर बहुत सारे देश बसे हुए है। इससे पहले भी हमने एक ऐसे ही सवाल के बारे में जाना था, अगर आप चाहे तो उसको भी पढ़ सकते है। जिसमे हमने जाना था, पृथ्वी का वजन कितना है आज के इस लेख में हम जानेगे विश्व का कौन सा देश पृथ्वी के बिच में है। आइये जानते है –
पृथ्वी के बीचो बीच कौन सा देश है?
गूगल पर बहुत बार इस सवाल को सर्च किया जाता है, पृथ्वी के बीचो बिच कौन सा देश स्तिथ है। अगर आप इस सवाल को ध्यान से पढ़े तो आपको समझ आएगा, की इस सवाल का कोई भी सटीक जवाब नहीं है। ऐसा इसलिए, क्योकिं पृथ्वी का आकर अंडाकार है। उदहारण के लिए – आपके पास एक गेंद है, आप उस गेंद पर कही भी एक निशान लगा सकते है, और उसको घुमा सकते है। लेकिन आप एक गोल गेंद का बिच नहीं बता सकते है। की उस गेंद का बिच का हिस्सा कहाँ है।
हालाकिं भूमध्य रेखा पृथ्वी के बीचो बिच स्तिथ है। लेकिन भूमध्य रेखा पर कोई भी एक देश मौजूद नहीं है। यहाँ पर कई देश और सागर मौजूद है। जिन्हे हम पृथ्वी के बीचो मान सकते है। भूमध्य रेखा पृथ्वी की सतह पर उत्तरी ध्रुव एवं दक्षिणी ध्रुव से सामन दुरी पर स्तिथ एक काल्पनिक रेखा है। भूमध्य रेखा पृथ्वी को उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध में डिवाइड करती है। इस रेखा पर दिन और रात बराबर होते है, जिसकी वजह से भूमध्य रेखा को विषुवत रेखा भी कहा जाता है।
भूमध्य रेखा पर पड़ने वाले देश
भूमध्य रेखा 14 देशो और कई सागरों की सीमा से होकर गुजरती है, जिसमे स्थल और जल दोनों सीमाएं शामिल है।
इक्वेटोरियल गिनी मध्य अफ्रीका में स्तिथ एक देश है, इस देश का कोई भी अंग भूमध्य रेखा को नहीं छूता है। हालाकिं इस देश का द्वीप ऐनोबॉन भूमध्य रेखा से सिर्फ 155 किलोमीटर की दुरी पर दक्षिण में है, देश का बाकि हिस्सा उत्तर में स्तिथ है। अगर हम बात करें, भूमध्य रेखा को ना छूने वाला सबसे निकटम देश कौन सा है, भूमध्य रेखा को ना छूने वाला सबसे निकटम देश पेरू है।
Note – यह लेख पृथ्वी के बीचो बीच कौन सा देश है? इसके बारे में था। जिसमे आपको पृथ्वी से जुड़ी कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में भी बताया गया है। अगर आपका इस लेख से सम्बंधित कोई भी सवाल है, तो आप हमें कमेंट करके बता सकते है। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा, तो कृपया इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें, धन्यवाद।