भारत में सबसे अच्छा बिजनेस कौन सा है : भारत में आज बढ़ती बेरोजगारी के बीच खुद का कोई बिजनेस या स्वरोजगार करना युवाओं को एक बेहतरीन विकल्प प्रदान करता है। वैसे भी आर्थिक क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने के लिये अमूमन हम सब दूसरे की नौकरी करने से कहीं बेहतर स्वयं अपना कोई व्यवसाय शुरू करना मानते हैं। पर कोई बिजनेस शुरू करने से पहले हमें कुछ बातें ख्याल में जरूर ले लेनी चाहिये।
जब हम कोई बिजनेस यानी व्यवसाय शुरू करने की सोचते हैं, तो उसमें निवेश की पूंजी और उससे होने वाले संभावित लाभों के अलावा हमें व्यवसाय के लिये उपयुक्त देश-काल और परिस्थितियों का भी ख़ास ख्याल रखना होता है। जिसका मतलब है कि जहां हम कोई बिजनेस करना चाहते हैं
वहां के लोगों का स्वभाव, उनकी ‘डिमांड’ और उस व्यवसाय के लिये उपलब्ध सरकारी सहूलियतें, प्राकृतिक संसाधनों आदि पर विशेष ध्यान देना होता है। इसलिये आज हम इसी विषय पर पूरी चर्चा करेंगे, कि अगर आप भारत में कोई अच्छा बिजनेस करने की सोच रहे हैं, तो वह क्या होना चाहिये!
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भारत में 10 सबसे अच्छे बिज़नेस
दोस्तों, जैसा कि हम जानते हैं कि भारत आज तमाम विकसित देशों को भी पीछे छोड़ते हुए दुनिया की पांचवीं नंबर की अर्थव्यवस्था बन चुका है। ज़ाहिर है भारत में आज छोटे-छोटे गांवों से लेकर बड़े-बड़े शहरों तक व्यवसाय करने के लिये अपार संभावनाएं खुली हुई हैं; बस हमें उनका ठीक-ठीक ज्ञान होना चाहिये।
देखें तो भारत में आजकल एक तरफ इंटरनेट और ई-कॉमर्स के फैलाव ने जहां ऑनलाइन बिजनेस के अनगिनत रास्ते खोल दिये हैं, वहीं तमाम जाने-पहचाने पारंपरिक और ‘ऑफ़लाइन’ व्यवसाय भी अब अपने नये कलेवर में ग्राहकों को खूब लुभाते नज़र आते हैं। तो आइये देखें कि अगर हम भारत में कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो हमारे सामने सबसे अच्छे दस विकल्प क्या हो सकते हैं –
1- दालमोंठ व नमकीन का करोबार
चटपटे और कुरकुरे नमकीन आज भारत में हर घर की जरूरत बन चुके हैं। बच्चों से लेकर वृद्धों तक सबको नमकीन का स्वाद खूब भाता है। और इस काम की शुरुआत में आपको कोई बहुत बड़ी पूंजी भी निवेशित नहीं करनी पड़ती है।
भारत में नमकीन का बिजनेस शुरू करने के लिये आपके पास उससे संबंधित मशीनें, कच्चा माल, मजदूर और पर्याप्त स्थान होना चाहिये। साफ है कि इसके लिये आपके पास जरूरी पूंजी और दूसरे संसाधन तो होने ही चाहिये। साथ ही, यह बिजनेस सफलतापूर्वक करने के लिये आपके भीतर उसके लिये पूरा आत्मविश्वास होना चाहिये, जो चीज किसी भी व्यवसाय में सफलता की पहली शर्त होती है।
बता दें कि नमकीन और दालमोंठ का काम आप बहुत अल्प निवेश से शुरू कर सकते हैं। इस काम में आपको बिक्री का करीब एक-चौथाई ‘मार्जिन’ मिल जाता है। अर्थात् करीब दस रूपये प्रतिकिलो। और इस तरह नमकीन के बिजनेस में आप चाहें तो एक लाख से भी कम के निवेश से चालीस-पचास हजार प्रतिमाह आराम से कमा सकते हैं।
2- रेस्तरां का व्यवसाय
भारत में खाने के शौकीन लोगों की कोई कमी नहीं। इसलिये रेस्तरां का व्यवसाय भारत में आपको एक अच्छा मुनाफा देता है। और अगर आपके पास उम्दा कारीगर और पर्याप्त काम करने वाले हैं, तो इसके साथ ही आगे आप टिफिन-सर्विस और कैटरिंग का काम भी चला सकते हैं। जो आपके फ़ायदे कई गुना बढ़ा देता है।
रेस्टोरेंट किसी व्यस्त बाजार अथवा ज्यादातर भीड़भाड़ रहने वाली जगह पर खोलना ज्यादा फायदेमंद रहता है। रेस्टोरेंट कई तरह के होते हैं, जैसे– फ़ैमिली रेस्टोरेंट, फास्ट-फूड रेस्तरां या फिर कैफ़े आदि। रेस्तरां का बिजनेस शुरू करने को आपके पास पूंजी पर्याप्त होनी चाहिये। लेकिन एक बार चल जाये तो रेस्टोरेंट का धंधा आपको मालामाल बना सकता है।
रेस्टोरेंट के बिजनेस में ‘प्रॉफ़िट-मार्जिन’ का ‘रेशिओ’ कुल टर्नओवर का चालीस फीसदी तक हो सकता है। रेस्टोरेंट का काम करने के लिये शुरू में आपको पांच-सात लाख का निवेश करना पड़ सकता है। इसके अलावा, रेस्तरां का रजिस्ट्रेशन और दूसरे प्रावधान भी पूरे करने होते हैं।
3- वेब-डेवलपिंग का काम
इंटरनेट के इस युग में वेबसाइट बनाने का काम, यानी ‘वेब-डेवलपिंग’ आपके लिए एक बेहतर आय का स्रोत साबित हो सकता है। इस काम में ख़ास बात ये भी है कि इसके लिये आपको ज्यादा जगह नहीं चाहिए होती। बल्कि चाहें तो इसे आप अपने घर से भी शुरू कर सकते हैं।
वेब-डेवलपिंग के काम के लिये आपके पास वर्डप्रेस, एचटीएमएल, जावा स्क्रिप्ट और सीएसएस वगैरह की अच्छी जानकारी रखने वाले कम से कम दो लोगों की टीम तो होनी ही चाहिये। ताकि आप अपने ‘क्लाइंट्स’ को निर्धारित समय-सीमा में काम करके दे सकें।
वेब-डेवलपिंग का बिजनेस शुरू करने के लिये आपके पास एक लाख रूपये के आसपास पूंजी होनी चाहिये। इस काम में आपको लगभग पचास फीसदी का एक बेहतरीन मार्जिन मिलता है।
4- चीजों की ‘होम-डिलीवरी’ का व्यवसाय
जैसा कि हम जानते हैं कि इंटरनेट और सूचना-क्रांति के इस दौर में अब हर कहीं, और करीब-करीब हर तरह की चीजें लोगबाग घर बैठे ऑनलाइन तरीके से मंगाना पसंद करने लगे हैं। कोरोनाकाल में इस ‘ट्रैंड’ को और भी समर्थन मिला, जिसके बाद अब यह चलन भारत के दूरदराज़ ग्रामीण इलाकों में भी फ़ैल चुका है।
भारत के ‘डेमोग्रैफ़िक-डेटा’ का अध्ययन करने पर यह साफ नजर आता है कि आजकल भारत में ‘डिलीवरी-सर्विस’ देने का काम काफ़ी मुनाफा दे सकता है, और इस व्यवसाय के उज्ज्वल भविष्य के प्रति भी पूरा आश्वस्त हुआ जा सकता है।
विश्व में सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश भारत आज दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था भी है। यहां लोगों की आय दिनों-दिन बढ़ती जाती है, और इसके साथ ही उनका स्तर भी उठता है। इसके साथ ही भारत में मोबाइल फोन धारकों या इंटरनेट से जुड़े लोगों की संख्या भी विश्व में सर्वाधिक है।
ज़ाहिर है, चीज़ों की होम-डिलीवरी का व्यवसाय भारत में बिजनेस करने के सबसे अच्छे विकल्पों में से एक है। जैसा कि हम देख चुके हैं, कि आजकल भारत में करीब-करीब हर सामान की होम-डिलीवरी होने लगी है।
‘डिलीवरी-सर्विस’ का बिजनेस शुरू करने के लिये सबसे पहले तो आप ये सुनिश्चित करें कि आप किस क्षेत्र में अपनी यह सेवा देना चाहते हैं! आप अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स साइट से जुड़कर भी डिलीवरी का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। इस काम में तमाम चीज़ों की ‘होम-डिलीवरी’ हेतु आपके पास वाहन की सुविधा होनी अनिवार्य है।
हालांकि होम-डिलीवरी के बिजनेस में और कोई ज्यादा पूंजी-निवेश की जरूरत नहीं पड़ती। और डिलीवरी-सेवा के व्यवसाय में आपको करीब दस प्रतिशत मार्जिन मिलता है। इस तरह डिलीवरी-सर्विस देने के बिजनेस में आप तीस-चालीस हजार रुपये प्रतिमाह आराम से कमा सकते हैं।
5- यू-ट्यूबर बनें
अगर आपका मीडिया के क्षेत्र में ज़रा भी ‘इंट्रैस्ट’ है, तो आप यूट्यूब का बिजनेस शुरू कर बढ़िया पैसे कमा सकते हैं। यू ट्यूब से हममें से ज्यादातर परिचित हैं। इस काम में आपको रेकॉर्डिंग, वीडियो बनाने, उसे एडिट करने की दक्षता होनी चाहिये; या फिर आपके पास ऐसे लोगों की एक टीम हो जो इन कामों को बखूबी संभाल सके।
‘यू-ट्यूब’ के काम में आपको न के बराबर निवेश करना होता है। दरअसल, अगर आपमें कुछ ‘टैलेंट’ है, तो ज्यादा व्यवस्था न होने पर भी आप यूट्यूब का बिजनेस अपने ‘स्मार्टफोन’ से ही शुरू कर सकते हैं। बस कोई भी यूट्यूब वीडियो बनाने से पहले हमें अच्छी तरह ‘सर्वे’ कर लेना चाहिये कि इस प्लेटफ़ॉर्म पर आजकल लोगों को कैसे ‘वीडियोज़’ और कैसे ‘कंटेंट्स’ सबसे ज्यादा भा रहे हैं।
हमने देखा कि एक सफल यू-ट्यूबर बनने के लिये शुरुआती पूंजी न के बराबर लगती है; लेकिन इससे होने वाले मुनाफ़े की कोई सीमा नहीं। यू-ट्यूब के नियमों के मुताबिक, जब आपके यूट्यूब चैनल पर चार हजार घंटे ‘वॉचटाइम’ और एक हजार सब्सक्राइबर पूरे हो जाते हैं तो आप अपने चैनल पर ‘एड’ यानी विज्ञापन दिखा सकते हैं, और इस तरह अच्छे पैसे कमा सकते हैं।
6- पैकिंग का व्यवसाय
भारत में कम पूंजी से अगर आप कोई बेहतरीन बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो पैकिंग का काम एक अच्छा विकल्प है। बड़ी-बड़ी कंपनियां भी अपने सामानों की पैकिंग बाहर से करवाती हैं। पैकिंग का काम करने के लिये आपके पास इसकी अच्छी ‘स्किल’ होनी चाहिये, या फिर ऐसे लोगों की एक टीम।
पैकिंग का बिजनेस आप एक लाख रूपये के अंदर ही शुरू कर सकते हैं। और सामान्य रूप से काम चलने पर इससे सत्तर-अस्सी हजार हर माह आय भी प्राप्त कर सकते हैं। पैकिंग के बिजनेस में लगभग तीस प्रतिशत मार्जिन आप कमा सकते हैं।
7- ब्लॉग लिखकर बिज़नेस करें
अगर आप अच्छा लिख सकते हैं तो ‘ब्लॉग राइटिंग’ आपको अच्छी आय दे सकती है। इसमें भी शुरुआती निवेश न के बराबर है, जबकि कमाई की कोई सीमा नहीं। आजकल सामान्य रूप से अच्छे ‘ब्लॉगर’ अमूमन चालीस-पचास हजार रूपये प्रतिमाह आसानी से कमा रहे हैं।
ब्लॉग लिखने का काम शुरू करने के लिये सबसे पहले आपको ब्लॉगर डॉट कॉम पर जाकर अपना एक ‘ब्लॉग’ बनाना होगा। बता दें कि अगर आप ‘वर्डप्रेस’ से ब्लॉगिंग करना चाहते हैं तो इसके लिये आपको ‘डोमेन’ और ‘होस्टिंग’ दोनों के लिये शुल्क अदा करना होगा, जबकि ब्लॉगर डॉट कॉम पर ये सेवा फ्री उपलब्ध है। इस तरह ब्लॉग बना लेने के बाद उस पर आपको नियमित रूप से कुछ ऐसी ‘पोस्ट’ डालनी होगी जिसे अधिकांश लोग पढ़ना चाहते हैं, और उसके बारे में सर्च करते रहते हैं।
इस तरह से आपके ब्लॉग पर ‘ट्रैफ़िक’ बढ़ना शुरू हो जाता है, यानी और ज्यादा लोग आपके ब्लॉग से जुड़ते हैं। और तब आपको विज्ञापन के ‘ऑफ़र्स’ मिलने लगते हैं, जिससे आप बढ़िया इनकम कर सकते हैं। अपने ब्लॉग के ट्रैफिक का इस्तेमाल करते हुए पैसे कमाने के लिये आप ‘गूगल एडसेंस’ से जुड़कर या ‘एफीलिएट मार्केटिंग’ करके या फिर ‘गेस्ट पोस्ट’ करके भी तमाम तरीकों से कर सकते हैं। वैसे ब्लॉगिंग के अनुभवी लोग शुरुआती दौर में एडसेंस से जुड़ने की सलाह देते हैं।
8- कृषि व्यवसाय
भारत का प्रमुख व्यवसाय खेती ही है। जिस पर आंकड़ों के मुताबिक देश की करीब आधी जनसंख्या निर्भर है। तमाम उद्योगों के लिये कच्चा-माल कृषि क्षेत्र से ही आता है। पर आज यहां के किसानों के साथ सबसे बड़ी दिक्कत है कि वे पर्याप्त जागरूक प्रयोगधर्मी नहीं दिखते। और ज़्यादातर वो बस रटे-रटाए तरीके से पारंपरिक खेती ही करते हैं, व्यावसायिक नज़रिए से नहीं।
इसलिये अगर हम भारत के प्रमुख व्यवसाय खेती-किसानी के क्षेत्र से अच्छा लाभ कमाना चाहते हैं तो हमें पारंपरिक और व्यवसायिक खेती के अंतर को कायदे से समझ लेना चाहिये। अर्थात्, अगर हम पूरे व्यावसायिक दृष्टिकोण से पूंजी-निवेश करते हुए वैज्ञानिक ढंग से खेती करें तो हम देख सकते हैं कि भारत में इससे बेहतर बिजनेस का कोई विकल्प नहीं।
कृषि संबंधी व्यवसाय में किसी कृषि उत्पाद के उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन जैसी सभी चीजें शामिल हैं। इस तरह इसके अंतर्गत सामान्य खेती-किसानी से लेकर बागवानी, नर्सरी, सुअर या बकरी पालन, मुर्गी-पालन, मत्स्य-पालन, पशु-पालन, इत्यादि अनेकानेक तरह के कारोबार आ जाते हैं।
सरकार की ओर से भी भारत में कृषि व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिये बहुत सी सब्सिडीज़ और बीमा योजनाएं चलाई गईं हैं, इसलिये ऐसे काम शुरू करने से पहले हमें उनकी जानकारी जरूर कर लेनी चाहिये।
9- किराने का काम
रोजमर्रा की जरूरतों से संबंधित किराने की दुकान खोलना एक सरल-सहज मुनाफ़े वाला पारंपरिक व्यवसाय है। यह साल के बारहों महीने चलने वाला एक विश्वसनीय व्यवसाय है। इसे लाख-दो लाख की छोटी पूंजी से शुरू किया जा सकता है। हालांकि किराने की दुकान में मुनाफा अलग-अलग चीज़ों पर अलग-अलग मिलता है, पर औसतन इसमें आपको कुल आमदनी का अमूमन दस फीसद मार्जिन आराम से मिल जाता है।
किराने की दुकान सफलतापूर्वक करने के लिये आपको चीजें प्रतिस्पर्धी कीमतों पर बेचनी होती हैं। ताकि ज्यादा से ज्यादा ग्राहक आपके बाजार-प्रतिस्पर्धी की बजाय आपके यहां से विभिन्न सामानों की ‘पर्चेज़िंग’ करें। इसके अलावा आपका सामान भी उम्दा क्वालिटी का होना चाहिये, ताकि बने हुए ग्राहक टूटें नहीं।
इसके अलावा भी आप कुछ विशेष शुल्क पर ‘होम-डिलीवरी’ की सुविधा प्रदान करने, या फिर अच्छी खरीदारी करने पर ग्राहकों को कुछ ख़ास रियायत देने जैसी बाजार की तमाम रणनीतियां भी किराने की दुकान के साथ आज़मा सकते हैं।
10- चाय नाश्ते की दूकान
चाय-नाश्ते की दूकान से भी आप कम पूंजी में बहुत ही अच्छा लाभ कमा सकते हैं। बल्कि हकीकत तो ये है कि इस व्यवसाय में पूंजी कोई बहुत मायने ही नहीं रखती। इसे हम किसी रोड के किनारे फुटपाथ पर मात्र दो-चार हजार रूपयों से भी एक स्टोव, बेंच और कुछ बर्तन वगैरह लेकर चाय-पकौड़े आदि की दुकान शुरू कर सकते हैं।
फिर आगे मुनाफा बढ़ाने के लिये आप अपनी चाय-नाश्ते की दुकान पर कितना भी निवेश करते रह सकते हैं। यहां तक कि काम अत्यधिक बढ़ जाये तो मैकडोनाल्ड या ‘कैफ़े कॉफी डे’ की तर्ज़ पर क्वालिटी की सुनिश्चितता के साथ अपनी कई शाखाएं भी खोल सकते हैं। इस काम में भी मुनाफ़े की कोई सीमा नहीं, पर शुरुआत में ही आप अपनी मेहनत की बदौलत तीस-चालीस हजार रूपए हर महीने कमा सकते हैं।
निष्कर्ष
इस तरह हम देख सकते हैं कि अगर हम भारत यानी इंडिया में कोई बिजनेस करना चाहते हैं तो विकल्प बहुतेरे हैं। इनमें से कुछ पर यहां थोड़ा विस्तार से बात की गई। पर इससे हटकर भी चक्की-स्पेलर लगाना, खांडसारी का काम, मसाले बनाना, फलों-सब्जियों का काम या फिर ई-कॉमर्स, फ्रीलांसिंग आदि-इत्यादि बहुतेरे बिजनेस के ऑप्शन भारत में मौजूद हैं।
बस किसी भी व्यवसाय में सफल होने के लिये आपको उस काम के साथ ही मार्केट का भी अच्छा ज्ञान होना चाहिये। ‘मार्केट-रिसर्च’ के लिये आप ऑनलाइन तरीके भी अपना सकते हैं। जिसमें आप कि भारत में कोई बिजनेस शुरू करने से पहले यहां के लोगों और उनकी सामान्य पसंद-नापसंद का एक यथार्थपरक आकलन कर सकते हैं। क्योंकि इसके बाद आपके किसी भी व्यवसाय में सफल होने की पूरी संभावना बन जाती है।