उत्तर प्रदेश में कितने राज्य हैं?

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Uttar Pradesh Mein Kitne Rajya Hain

Uttar Pradesh Mein Kitne Rajya Hain : उत्तर प्रदेश में कितने राज्य है यह सबसे जयदा सर्च किये जाने वाला सवाल है। लोग गूगल पर तरह तरह से इस सवाल का जबाब पाने की कोशिश कर रहे है। जिसमे Google पर सर्च किया जा रहा है, की उत्तर प्रदेश में कितने राज्य है उनके नाम बताइये। हालाकिं उत्तर प्रदेश खुद एक राज्य है। जिसमे अभी तक कोई भी राज्य नहीं बनाया गया है।

हालाकिं उत्तर प्रदेश में बढ़ती जनसँख्या की वजह से बहुत सी समस्यां सामने आ रही है। सन 2022 के अनुसार उत्तर प्रदेश की अनुमानित जनसंख्या 24.1 करोड़ जो की किसी भी एक छोटे देश की बराबर है। अगर हम यूपी को अन्य देशो से तुलना करते है, तो श्री लंका की जनसँख्या सन 2020 के अनुसार 2.19 Crores है, और कनाडा की जनसँख्या 3.8 करोड़ है। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है। की उत्तर प्रदेश बढ़ती जनसँख्या के अनुसार भी कही ना कही पिछड़ता जा रहा है।

उत्तर प्रदेश में कितने राज्य हैं?

उत्तर प्रदेश का क्षेत्रफल भारत के कुल क्षेत्रफल का 6.88 प्रतिशत है, उत्तर प्रदेश में भारत की 16.49 प्रतिशत आबादी निवास करती है। अगर उत्तर प्रदेश को एक देश का नाम दे दिया जाएँ, तो उत्तर प्रदेश दुनिया का आठवां सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा। जब राज्य बड़े होने लगते है, तो इन्हे छोटे हिस्सों में बाटने की जरुरत क्यों है?

डॉ भीम राव आंबेडकर ने दिसंबर 1955 में एक किताब लिखी थी, जिसका नाम (Dr. B.R. Ambedkar on Linguistic States on India) था। इस किताब में डॉ भीम राव आंबेडकर ने इस किताब में भाषा के आधार आप होने वाले राज्यों के बंटवारे की मांग के जवाब में लिखा था। इस किताब में सबसे पहले महाराष्ट्र, तमिलनाडु, और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों के गठन के बारे में लिखा गया था।

डॉ भीम राव आंबेडकर जी का कहना था, की अगर हम राज्यों का गठन भाषा के आधार पर करते है, तो इससे आने वाले समय में असंतुलन होने होगा। जिससे की उत्तर भारत में सभी राज्य बड़े होंगे, और वही दक्षिण भारत में छोटे राज्यों का गठन होगा। डॉ भीम राव आंबेडकर जी ने इस तरह के असंतुलन से बचने के लिए अपना प्रस्ताव रखा था। उत्तरी राज्यों में आज भी जनसँख्या बढ़ती जा रही है, और वही अगर हम दक्षिण राज्यों की आबादी की बात करें, तो दक्षिण राज्यों ने जनसँख्या को नियंत्रण कर लिया है।

डॉ भीम राव आंबेडकर ने यह प्रस्ताव रखा थी की अगर आने वाले समय में किसी भी राज्य की आबादी 2 करोड़ होती है, तो भारत के 28 राज्यों में से 17 राज्यों को विभाजित करना होगा। इस प्रस्ताव की तुलना विदेशी राज्यों से की गयी थी, इसका उदाहरण भीम राव आंबेडकर जी ने अमेरिका से दिया था, जिसमे उन्होंने कहा था, की अमेरिका की कुल जनसँख्या 30 करोड़ है, और यहाँ पर 50 राज्य है, इस प्रकार से प्रत्येक राज्य की जनसँख्या 60 लाख हुई।

वही अगर हम दूसरे देशो की बात करें, तो दक्षिण अफ्रीका की जनसँख्या 4.9 करोड़ है और यह 9 प्रांतो में विभाजित है। जर्मनी की जनसँख्या 8.6 करोड़ है, जर्मनी में 17 संघीय राज्य है। वियतनाम की 8.7 करोड़ है, और यह 58 प्रांतों में विभाजित है। इससे साफ़ साफ़ जाहिर होता है, की जितने भी लोकतांत्रिक देश है, इनके सभी राज्यों की ओसात आबादी भारत के राज्यों से बहुत कम है।

Note – उत्तर प्रदेश में कितने राज्य हैं? इस सवाल का जबाब तो आपको नहीं मिला होगा, क्योकिं उत्तर प्रदेश खुद एक राज्य है। लेकिन यहाँ पर आपको एक महत्वपूर्ण जानकारी जरूर मिल है, की अगर उत्तर प्रदेश को दो राज्यों में विभाजित किया जाए, तो इससे बहुत ज्यादा फायदा होगा। इसे रोजगार भी बहुत बढ़ेगा, और सरकारी नौकरियां भी निकलेगी। अगर आपका इस लेख से सम्बंधित कोई भी सवाल है, तो आप हमें कमेंट करके बता सकते है। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा, तो कृपया इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें, धन्यवाद।

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