Broccoli Information in Hindi | ब्रोकली की जानकारी

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Broccoli Information in Hindi

Broccoli Information in Hindi – शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हम कई प्रकार की सब्जियां खाते है, इन्ही में से एक आहार युक्त ब्रोकली की सब्जी भी है। वैसे तो पोषक तत्वों से भरपूर कई सब्जियों के नाम आते है। लेकिन यह भी उन सब से कम नहीं है। ब्रोकली को कुछ लोग हरी गोभी के नाम से भी जानते है। ऐसा इलसिए है, क्योकिं यह हरे रंग की फूलगोभी की तरह दिखाई देती है। इस लेख में हम ब्रोकली क्या है (What Is Broccoli in Hindi) और इसके फायदे के बारे में जानेगे। आइये जानते है Broccoli Vegetable से जुड़ी सभी जानकारी –

ब्रोकली क्या है? What is Broccoli in Hindi

ब्रोकली एक प्रकार की हरी सब्जी है, जिसका उपयोग सभी या आहार के रूप में किया जाता है। इसका ऊपरी भाग बड़ा होता है, इसके डंठल और पत्तो का उपयोग भी खाने के लिए किया जाता है। ब्रोकली का ब्रोकली का वैज्ञानिक नाम ब्रैसिका ओलेरासिया वार. इटैलिका (Brassica oleracea var. italica) है।

यह भारतीय फूलगोभी के परिवार से सम्बंधित पौधा है। लेकिन इसका स्वाद फूलगोभी से अलग होता है। यह सामान्यतौर पर गहरे हरे रंग की होती है। इसका ऊपरी हिस्सा एक पेड़ की बनावट का होता है। जो की एक मोठे डंठल से जुड़ा होता है। ब्रोकली का बड़ा फूल चारो से पत्तियों से घिरा होता है।

ब्रोकली को सुप, सब्जी और सलाद के रूप में कच्चा भी खाया जाता है, यह विटामिन सी, और विटामिन K से समृद्ध होती है। इसके अंदर सल्फर युक्त ग्लूकोसाइनोलेट, आइसोथियोसाइनेट्स और सल्फोराफेन आदि पाए जाते है। अगर इसका उपयोग उबाल कर किया जाए तो यह सभी उबलने से कम हो जाते है।

Broccoli Vegetable Meaning in Hindi

ब्रोकली एक प्रकार का हरा पौधा है, जिसका उपयोग सब्जी, सुप या सलाद के रूप में खाने के लिए किया जाता है। इसके अंदर कई छोटे छोटे घने गहरे हरे फूलों के गुच्छे होते है, जिन से मिलकर यह एक बड़ा फूल बनता है, जिसे ब्रोकली कहते है। Broccoli का हिंदी Name भी ब्रोकली होता है। भारतीय फूल गोभी और ब्रोकली दोनों एक ही परिवार से सम्बंधित है।

ब्रोकली स्वास्थ्य के लिए क्यों लाभदायक है?

ब्रोकली स्वास्थ्य के लिए सभी अच्छी हरी सब्जियों में से एक है। क्योकिं इसके अंदर कई पोषक तत्व पाए जाते है, जो की हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होते है। ब्रोकली के अंदर प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, पोलीफेनोल, क्वेरसेटिन ​(Quercetin) और ग्लूकोसाइड (Glucosides) जिंक, सेलेनियम, विटामिन-ए, सी, और K आदि पोषक तत्व पाए जाते है। यह मोटापे, मस्तिष्क, और हड्डियों से सम्बंधित कई रोगो के लिए फायदेमंद है।

ब्रोकली के फायदे और नुकसान – Broccoli Benefits and Side Effects in Hindi

ब्रोकली भी अन्य सब्जियों की तरह एक फायदेमंद Vegetable ब्रोकली की सब्जी खाने के फायदे और नुक्सान दोनों होते है। आपको बता दें की इसके फायदे बहुत अधिक होते है। यह कई बिमारियों को शरीर से दूर रखने में मदद करती है। आइये जानते है, ब्रोकली खाने के कुछ फायदों के बारे में, जो की इस प्रकार है –

ब्रोकली के फायदे Benefits of Broccoli in Hindi

बालों को स्वस्थ रखे ब्रोकली

ब्रोकली हमारे शरीर के अन्य हिस्सों की तरह बालों के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। यह बालों से जुड़ी कई समस्याओं में लाभकारी होती है। इसके अंदर मैग्नीशियम, पोटेशियम, प्रोटीन और विटामिन-सी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते है। जो की बालों को स्वस्थ और मजबूत रखने में उपयोगी होते है। अगर आप अपने बालों के लिए कुछ उपाय करते है, तो उसके साथ ब्रोकली का सेवन भी करते रहें। इससे आपके बालों को बहुत लाभ मिलेगा।

शरीर के पीएच स्तर को संतुलित रखने में फायदेमंद ब्रोकली

एक स्वस्थ शरीर के लिए सबसे आवश्यक होता है, की शरीरी का पीएच स्तर हमेशा सामान्य बना रहे। अगर आपके शरीर का पीएच स्तर हमेशा संतुलित रहता है, तो इससे बीमारियां होने का खतरा नहीं रहता है। और शरीर स्वस्थ बना रहता है। इसके लिए आप ब्रोकली का सेवन कर सकते है। क्योकिं इसके अंदर पाए जाने वाला एल्केलाइन शरीर के अंदर से एसिड की मात्रा को कम करता है, जिसकी वजह से शरीर का पीएच स्तर संतुलित बना रहता है।

पाचन तंत्र के लिए ब्रोकली के फायदे

ब्रोकली के अंदर समृद्ध मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो को पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है। इसके अलावा इसमें विटामिन-ए भी मौजूद होता है। जो की शरीर की आंत को स्वस्थ रखता है। इसके सेवन से सभी पाचन सम्बंधित परेशानिया दूर हो जाती है। आपको अपने आहार में ब्रोकली का सेवन जरूर करना चाहिए।

हृदय को स्वस्थ रखे ब्रोकली

ब्रोकली के अंदर कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते है, जो की मानव शरीर के हृदय को स्वस्थ रखने में फायदेमंद होते है। इसके अंदर ग्लूकोसिनोलेट्स (Glucosinolates) और सेलेनियम (Selenium) मुख्य तत्व पाए जाते है, जो हृदय को स्वस्थ रखने में फायदेमंद होते है। शरीर का मुख्य भाग हृदय है, अगर यह स्वस्थ है, तो पूरा शरीर स्वस्थ रहता है।

वजन घटाने में मददगार ब्रोकली के फायदे

ब्रोकली के अंदर लो ग्लाइसेमिक पाया जाता है, जो की शरीर में स्तिथ रक्त में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने में फायदेमंद होता है। इसके अलावा ब्रोकली शरीर के अंदर से विषैले तत्वों को शरीर से बहार निकालती है। और एंजाइम की संख्या को बढ़ाती है। अगर आप अपने शरीर पर बढ़ती फालतू चर्बी से परेशान है, तो आपको अपनी दिनचर्या की डाइट में ब्रोकली का सेवन जरूर करना चाहिए। क्योकिं वजन कम करने में ब्रोकली के फायदे बहुत होते है।

त्वचा को स्वस्थ रखे ब्रोकली के फायदे

ब्रोकली खाने के फायदे शरीर के अन्य हिस्सों की तरह त्वचा के लिए भी होते है। इसके सेवन से चेहरे की त्वचा स्वस्थ रहती है। और कील-मुंहासों और झुर्रियों को भी यह दूर करती है। जैसा की आपको पहले ही बताया गया है, की ब्रोकली शरीर से विषैले तत्वों को बहार निकलने में फायदेमंद होती है। जिसकी वजह से त्वचा स्वस्थ रहती है।

मस्तिष्क को स्वस्थ बनाये ब्रोकली

ब्रोकली के सेवन से मस्तिष्क में बहुत सुधार आता है। इससे मस्तिष्क हमेशा सक्रीय रहता है। और याददाश्त मजबूत होती है। अगर आपको किसी भी तरह की कोई बीमारी है, तो ब्रोकली के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले, क्योकिं इस लेख में आपको ब्रोकली के फायदे के बारे में सिर्फ जानकारी दी जा रही है।

हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करे ब्रोकली के फायदे

एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध एक रीसर्च के अनुसार ब्रोकली शरीर के रक्तचाप को नियंत्रित करने में बहुत फायदेमंद होती है है। जिसमे यह भी बताया गया है, अगर ब्रोकली का सेवन एक सफ्ताह में लगभग चार बार किया जाए तो यह शरीर में हाई ब्लड प्रेशर की समस्यां को बहुत कम कर देती है।

ब्रोकली के फायदे हड्डियों और दांतो के लिए

ब्रोकली के अंदर कैल्शियम की समृद्ध मात्रा पायी जाती है, जो की हड्डियों और दांतो को मजबूत बनाने में फायदेमंद होती है। शरीर में 99 प्रतिशत से ज्यादा कैल्शियम हड्डियों और दांतो में होता है, जो की हड्डियों और दांतो को मजबूत बनाता है। कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए आप ब्रोकली का सेवन भी कर सकते है।

ब्रोकली के फायदे आंखों के लिए

आँखे शरीर के अन्य हिस्सों की तरह बहुत ही आवश्यक अंग है, जिसकी मदद से हम सभी चीजों को देख पाते है। जिस तरह से दूसरे सभी अंगो को पोषक तत्व की आवश्यकता होती है, उसी तरह से आँखों के लिए भी पोषक तत्व जरुरी होते है। वर्तमान समय में उम्र के साथ साथ आँखों की रौशनी कम होने लगती है, क्योकिं कई सामान मार्किट में मिलावटी आते है। यहां तक की कम उम्र के बच्चो की आँखों की रौशनी भी कम होने लगी है।

लेकिन ऐसे में ब्रोकली आपकी आँखों के लिए एक सेहतमंद सब्जी हो सकती है। इसके अंदर ल्यूटिन और जियाजैंथिन पोषक तत्व पाए जाते है, जो की आँखों के लिए बहुत महत्पूर्ण होते है। यह आँखों की रौशनी को उम्र से पहले कम होने से रोकते है। इसके अलावा ब्रोकली को आँखों के लिए एक उच्चतम आहार के रूप में माना गया है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए ब्रोकली के फायदे

जब भी मौसम बदलता है, तो बीमारियां शुरू हो जाती है, लेकिन अगर आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी है, तो ऐसे में आप बदलते मौसम की वजह से बीमार होने से बच सकते है। इसके लिए हरी सब्जियां खाना बहुत ही लाभकारी होती है। इन्ही सब्जियों में ब्रोकली भी आती है, इसके अंदर सल्फोराफेन (Sulforaphane) और विटामिन सी पाया जाता है। जो की इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत रखता है, और बिमारियों से बचाता है।

एलर्जी से बचाये ब्रोकली

ब्रोकली के अंदर एंटी-एलर्जी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। जो की एलर्जी की समस्यां को दूर करते है, इसके अलावा इसमें क्वेरसेटिन (​Quercetin) नामक फ्लेवोनॉइड भी मौजूद होता है। ब्रोकली शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करके कई वायरल बिमारियों से बचाती है।

शरीर को डिटॉक्सीफाई करने के लिए ब्रोकली का सेवन करें

शरीर के अंदर गलत खान पान से विषैले तत्व जमा हो जाते है। यह ज्यादातर ऑइली खाने से होते है। जिसकी वजह से कुछ समय बाद बिमारियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अगर आप अपने भोजन में ब्रोकली का सेवन करते है, तो यह शरीर में एंजाइम्स का स्तर बढ़ता है, जिससे की शरीर के अंदर जमे विषैले तत्व बहार निकल जाते है, और शरीर को डिटॉक्सीफाई में लाभकारी होते है। ब्रोकली एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है। इसका सेवन जरूर करना चाहिए।

यह जानकारी भी जरूर पढ़ें

ब्रोकली का उपयोग Uses of Broccoli in Hindi

यहां तक आपको ब्रोकली से जुड़ी सभी जानकारी मिल गयी है। लेकिन ब्रोकली बनाने की विधि और ब्रोकली खाने का सही तरीका क्या है। इसके बारे मैं जानना भी बहुत जरुरी है। तभी आपको ब्रोकली खाने के फायदे नजर आएंगे। आइये जानते है, ब्रोकली के उपयोग –

  • सबसे ज्यादा ब्रोकली का उपयोग सब्जी बनाने के लिए किया जाता है।
  • ब्रोकली और भी अच्छे स्वाद के लिए अंडे या चिकन के साथ भी बनाया जाता है।
  • इसका उपयोग सुप बनाने के लिए भी किया जाता है। ब्रोकली का सुप बहुत ही सेहतमंद होता है।
  • ब्रोकली को उबालकर सीधे भी खाया जाता है।
  • इसके अलावा ब्रोकली में दही या मट्ठा मिलकर इसका रायता भी बनाया जाता है।
  • इसका उपयोग अन्य सब्जी जैसे शिमला मिर्च आदि की तरह नूडल्स में भी किया जाता है। जिससे की नूडल्स का स्वाद और भी बढ़ जाता है।
  • ब्रोकली का उपयोग जिम और व्यायाम करने वाले लोग सलाद के रूप में भी करते है।

broccoli khane ke fayde

ब्रोकली खाने के नुकसान Side Effects of Broccoli in Hindi

वैसे तो ब्रोकली खाने के फायदे बहुत जायदा होते है, लेकिन अगर किसी भी चीज को एक नियंत्रित मात्रा से अधिक सेवन किया जाए, तो वह नुकसानदायक हो सकती है। इसी तरह से कुछ ब्रोकली खाने के नुक्सान भी हो सकते है, अगर आप इसका सेवन जरुरत से ज्यादा करते है। आइये जानते है, ब्रोकली के नुक्सान जो की कुछ इस प्रकार है –

  • ब्रोकली सभी लोगो को शूट नहीं करती है, कुछ लोगो को इसके खाने से एलर्जी भी हो सकती है।
  • ब्रोकली का अधिक सेवन पेट में समस्या कर सकता है, क्योकिं इसके अंदर फाइबर की मात्रा अधिक पायी जाती है।
  • इसके अंदर अधिक मात्रा में फाइबर पाए जाने की वजह से यह पेट में गैस भी बना सकती है।
  • इन सभी नुकसान के बारे में पढ़कर आपको डरने की आवश्यकता नहीं है, जब भी आप ब्रोकली का सेवन करे तो बताई गयी बातो का ध्यान रखे। और उचित मात्रा में ब्रोकली का सेवन करें।

ब्रोकली के प्रकार Types of Broccoli in Hindi

  • आमतौर पर ब्रोकली की तीन किस्में होती है, जिनमे सबसे ज्यादा उगाये जाने वाली कैलाबेरी ब्रोकोली है। जिसे “ब्रोकोली” के नाम से जाना जाता है। इसका नाम ब्रोकली इटली में कैलाब्रिया के नाम पर रखा था। इसके अलावा और भी कई प्रकार की ब्रोकली की किस्में पायी जाती है, जिनमे कुछ इस प्रकार है –
  • ब्रोकली राब या रेब (Broccoli Raab) – ब्रोकली रॉब का दूसरा नाम ब्रॉक्ली रेब है, यह बड़े होने पर पालक की तरह पत्तेदार हो जाती है।
  • ब्रोकोफ्लोवर (Broccoflower) – ब्रोकली की यह किस्म फूलगोभी की तरह होती है। इसका स्वाद भी हल्का फूल गोभी की तरह होता है।
  • पर्पल कॉलीफ्लॉवर (Purple cauliflower) – यह पर्पल ब्रोकली होती है, जिसका रंग बैंगनी होता है। इसे सबसे ज्यादा अमेरिका और यूरोप में खाया या उपयोग किया जाता है।
  • कालाब्रेसी ब्रोकली (Calabrese Broccoli) – यह ब्रोकली की सबसे लोकप्रिय किस्म है। जैसा की आपको शुरुआत में भी बताया गया है। इसका ऊपरी हिस्सा कई छोटे छोटे फूलों से मिलकर बना होता है। जो की गहरे हरे रंग का होता है। यह ज्यादा तर ठन्डे स्थानों पर उगती है।
  • गई-लन ब्रोकली (Gai-lan) – ब्रोकली यह किस्म अन्य किस्मो की अपेक्षा ज्यादा पोस्टिक होती है। इसे चाइनीज़ ब्रोकली के नाम से भी जाना जाता है। यह लम्बी और पत्तेदार होती है।

ब्रोकली की खेती की जानकारी Broccoli Farming in Hindi

ब्रोकली की खेती करने के लिए सबसे पहले किस्मों की जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है। ब्रोकली की कई किस्में आती है। आप किसी भी कृषि संसथान में जाकर इसके बारे में पता कर सकते है। इसके अलावा आस पास के किसी भी ऐसे व्यक्ति से पूछताछ करें जो की पहले से बागबानी करता हो।

ब्रोकोली की खेती के लिए मिटटी कैसी होनी चाहिए

ब्रोकली की खेती के लिए दुमट तथा बलुई – दुमट मिटटी सर्वोत्तम होती है। इसकी खेती फूलगोभी की तरह की जाती है। अगर खेत की मिटटी ज्यादा अम्लीय है, तो यह ब्रोकली की खेती के लिए अच्छा नहीं है। इसके अलावा भूरी मिटटी में भी ब्रोकली की अच्छी खेती की जा सकती है। खेत को तैयार करते समय जल निकास का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अधिक जल में इसके पत्ते पीले पड़ना शुरू हो जाते है।

ब्रोकली की बुवाई का सही समय क्या है

उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में ब्रोकली की बुवाई का सही समय सर्दी के मौसम का माना जाता है। इसके पोधो को अच्छी तरह से उगने के लिए लगभग 20 -25 डिग्री सेल्सियस तापमान होना जरुरी है। पर्वतीय क्षेत्रों के कम उंचाई वाले क्षेत्रों में ब्रोकली की बुवाई का सही समय सितंबर – अक्टूबर, मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अगस्त – सितंबर और अधिक उंचाई वाले क्षेत्रों में मार्च – अप्रैल होता है। इसके अलावा ब्रोकली की नर्सरी तैयार करने का सही समय अक्टूबर के महीने का मध्य समय होता है।

ब्रोकली की नर्सरी कैसे तैयार की जाती है

ब्रोकली की नर्सरी तैयार करने के लिए लगभग 400-500 ग्राम बीज प्रति हेक्टेयर काफी होता है। नर्सरी तैयार करते समय एक बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए, की नर्सरी जमीन से लगभग 15 सेमी. ऊंची हुई हो। इसके बाद नर्सरी के लिए तैयार की गयी क्यारियों में पुरानी गोबर की खाद को अच्छी तरह से मिलाना चाहिए। इसके अलावा ब्रोकली के पोधो को कीटो से बचने के लिए क्यारी में 5 ग्राम थायरम प्रति वर्गमीटर की दर से अच्छी तरह से मिलाकर 5-7 सेमी. की दूरी पर 1.5-2 सेमी. गहरी गहरी गुल या कतारें तैयार करें।

खेत की तैयारी कैसे करें

खेत को तैयार करने के लिए सबसे पहली जुताई को हीरो से करना चाहिए। इसके बाद दो से तीन जुताई कल्टीवेटर से करनी चाहिए। इसके बाद खेत की अंतिम जुताई करने से पहले खेत में गोबर की पुरानी खाद 10 से 15 टन प्रति हेक्टेयर की दर से डालनी चाहिये। गोबर की खाद डलकर जुताई कर दे और पाटा लगाकर खेत को समतल बना लेना चाहिए।

ब्रोकली की रोपाई कैसे करें

ब्रोकली की रोपाई के लिए नर्सरी में लगाए गए पोधो को 4 से 5 सप्ताह बाद जब सभी पौधे 10 से 12 सेंटीमीटर के हो जाए तो उन्हें खेत में रोप देना चाहिए। ब्रोकली को खेत में हमेशा पक्तियों में लगाना चाहिए। इसके अलावा अगर आप ब्रोकली की कई किस्मों को एक साथ लगा रहे है, तो प्रत्येक किस्म की अलग अलग पक्तियां बनानी चाहिए।

जिनमे सभी पक्तियों की दुरी लगभग 45 से 60 सेंटीमीटर और पौधे से पौधे की दूरी 40 सेंटीमीटर के बिच होनी चाहिए। पौधे को जमीन में तीन से चार सेंटीमीटर से गहरा नहीं लगाना चाहिए। पौधे लगते वक्त खेत में नमी का होना बहुत जरुरी है। जब सभी ब्रोकली के पौधे Plant लग जाए, तो खेत में हलकी मात्रा में सिचाई कर देनी चाहिए। ब्रोकली के पौधों की रोपाई हमेशा शाम के समय करनी चाहिए।

खेत की सिचाई और खरपतवार

ब्रोकली के पौधों को लगाने के लगभग डेढ़ से दो महीनो तक खेत से खरपतवार को निकलते रहना चाहिए। इससे ब्रोकली के Plants की वृद्धि अच्छी होती है। अगर सिचाई की बात की जाए, तो पहली सिचाई रोपाई के तुरंत बाद करनी चाहिए। इसके बाद प्रय्तेक 10 से 15 दिन के बाद हलकी सिचाई करते रहना चाहिए। अच्छी फसल के लिए ब्रोकली की खेती को 5 से 6 सिचाई की आवश्यकता पड़ती है।

ब्रोकली की कटाई किस समय करनी चाहिए

खेत में लगी ब्रोकली की फसल में जब हरे रंग की कलियों का मुख्य सिरा बनकर तैयार हो जाए तो लगभग 12 से 15 सेंटीमीटर लंबे डंठल के साथ किसी भी तेज धार वाले औजार से इसको काट लेना चाहिए। इसके बाद तने से फिर से कुछ दिन बाद छोटी छोटी कलियाँ निकलना शुरू हो जाती है, जिस समय यह कलियाँ फिर से मुख्य सिरा बन जाए तो इन्हे 8 से 10 सेंटीमीटर लंबे डंठल के साथ सही समय पर यानी की कलियाँ खिलने से पहले काट लेना चाहिये।

ब्रोकली की खेती से कितनी उपज मिलती है

अगर ब्रोकली की खेती सही तरीके से की जाए तो अच्छा उत्पादन किया जा सकता है। ब्रोकली की साधारण किस्मों से लगभग 75 से 100 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तथा संकर किस्मों से 120 से 180 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक की पैदावार की जा सकती है।

ब्रोकली की खेती की अधिक जानकारी के लिए पढ़े 

ब्रोकली की खेती की पूरी जानकारी वीडियो में

Note – यह लेख Broccoli Information in Hindi ब्रोकली की जानकारी के बारे में था। जिसमे ब्रोकली खाने के फायदे और इसकी खेती के बारे में जानकारी दी गयी है। साथ ही आपको बताया गया है, What is Broccoli in Hindi ब्रोकली क्या है? अगर आपको यह लेख अच्छा लगा तो कृपया अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें। इस लेख से सम्बन्धी किसी भी तरह का सुझाव देने के लिए आप कमेंट कर सकते है, धन्यवाद।

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