जिस विदेशी पेड़ के बारे में हम बात कर रहे है, इसका नाम मेपल है "Maple Tree" उत्तरी अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका और यूरोप में पाए जाते है।
मेपल का पेड़ कई रंगो में पाया जाता है। लेकिन सबसे ज्यादा लोकप्रिय लाल मेपल है। लाल मेपल के पत्ते, और टहनिया सभी लाल होते है। यह पेड़ झाड़ीदार वृक्षो की सूचि में आते है।
यह पेड़ सामान्यतौर पर शुष्क ढलानों पर उगते है। इन पेड़ो की ऊंचाई लगभग 40 से 50 फुट तक होती है। शरद ऋतू के मौसम में मेपल के पेड़ के सभी पत्ते गहरे लाल हो जाते है।
मेपल की लकड़ी Maple Wood का उपयोग कई प्रकार से किया जाता है। इसकी लकड़ी बहुत उपयोगी होती है, इससे फर्नीचर, लकड़ी के बक्से, टोकरी, और संगीत यंत्र, आदि बनाये जाते है।
कुछ लोगो का एक सवाल होता है, की वायलिन किस लकड़ी का बनता है? आपको बता दें की वायलिन मेपल की लड़की का बनता है। हलाकि लोग अन्य लकड़ी का उपयोग भी करते है। लेकिन अच्छे वायलिन मेपल की लकड़ी से ही बनाये जाते है।
मेपल का उपयोग सिरप बनाने के लिए भी किया जाता है। सिरप बनाने के लिए काले मेपल का उपयोग किया जाता है।
मेपल के फूलों का रंग हरा, लाल, पीला और नारंगी होता है। मेपल के पेड़ की आयु लगभग 200 से 300 साल तक होती है।
लाल मेपल का पेड़ लगभग चार साल की आयु में बीज उत्पादन शुरू कर देता है। मेपल को बगीचों और घरो के आस पास एक सजावटी पौधें के रूप में लगाया जाता है। सजावटी मेपल के सबसे लोकप्रिय पौधे Plant जापानी मेपल, लाल मेपल और रजत मेपल है।
एक गेलन मेपल सिरप बनाने के लिए लगभग 40 से 50 पेड़ो की छाल की आवश्यकता होती है।
मेपल सिरप में शुगर भरपूर मात्रा में पायी जाती है। इसके अलावा इस सिर्फ में विटामिन, मिनिरल और खनिज भी भरपूर मात्रा में होते है।